2019 में ऑक्सफोर्ड बस कंपनी ने एक नयी “चैटी बस (Chatty बस)” का लोकार्पण किया जो तुरंत लोकप्रिय हो गयी, बस जिसमें नियुक्त लोग रूचि रखने वाले यात्रियों से बात कर सकें l इस बस मार्ग की पहल सरकार की रिसर्च के प्रतिउत्तर में थी जिसमें यह पाया गया कि 30 फीसदी ब्रिटनवासी कम से कम सप्ताह में एक दिन व्यर्थ संवाद करते हुए यात्रा करते हैं l
हममें से कई लोग कदाचित अकेलेपन का अनुभव किये हैं जिनके साथ आवश्यकता के समय किसी ने बातचीत नहीं की l जब मैं अपने जीवन में विशेष संवादों के महत्व पर विचार करता हूँ, मुझे वे चर्चाएँ याद आती हैं जो अनुग्रह से परिपूर्ण थीं l वे समय मेरे जीवन में आनंद और प्रोत्साहन लेकर आए, और वे घनिष्ठ सम्बन्ध बनाने में मदद किये l
कुलुस्से की कलीसिया को लिखी अपनी पत्री के अंत में, पौलुस अपने पाठकों को यीशु में विश्वासियों के लिए सच्चे जीवन के सिद्धांतों से उत्साहित करता है, जिसमें हमारे संवाद के वे तरीके शामिल हैं जो उन सभी के समक्ष प्रेम प्रगट कर सकते हैं जिनसे हमारा सामना होता है l प्रेरित यह लिखते हुए, “तुम्हारा वचन सदा अनुग्रह सहित हो” (पद 4-6) अपने पाठकों को याद दिलाता है कि न केवल शब्दों द्वारा परंतु शब्दों की गुणवत्ता─”अनुग्रह से परिपूर्ण”─जो उन्हें दूसरों को वास्तविक प्रोत्साहन देनेवाले बनाएगा l
अगली बार जब आपको किसी से बातचीत द्वारा गहराई से जुड़ने का अवसर मिले─एक दोस्त, एक सहकर्मी या फिर आपके साथ बस में बैठे एक यात्री या फिर वेटिंग रूम में बैठे हुए किसी व्यक्ति के साथ─कोई ऐसा अवसर ढूंढ लें जिसके कारण साथ बिताया गया समय आप दोनों के जीवन के लिए आशीष का कारण बनें।
आपने कब अनुग्रह भरे शब्दों की आशीषों का अनुभव किया है? आज आप किसी अन्य के लिए किस प्रकार अपने कहे गए शब्दों से प्रोत्साहन पहुंचा पाएंगे?
स्वर्गीय पिता, मेरी सहायता कर कि आज मैं जिस किसी से बात करूं, अपने संवादों में अनुग्रह भरकर उन सभी के लिए आशीष बनूँ l