उत्तरी स्पेन ने सहभागिता और मित्रता को व्यक्त करने का एक सुन्दर तरीका निकाला l हस्तनिर्मित गुफाओं से भरे ग्रामीण इलाकों में,प्रत्येक फसल के बाद कुछ किसान एक गुफा के ऊपर बने कमरे में बैठते और अपने विभिन्न खाद्य पदार्थों की सूची बनाते थेl जैसे-जैसे समय बीतता गया, कमरे को “बताने वाले कमरे” के रूप में जाना जाने लगा—एक ऐसा स्थान जहाँ मित्र और परिवार अपनी कहानियों, गोपनीय बातों और सपनों को साझा करने के लिए इकठ्ठा होते थेl यदि आपको सुरक्षित मित्रों की अन्तरंग सहभागिता की आवश्यकता पड़ती है,तो आप बताने वाले कमरे में जाते है l 

अगर योनातान और दाऊद उत्तरी स्पेन में रहते होते, तो उनकी गहरी मित्रता ने उन्हें भी एक बताने वाला कमरा बनाने के लिए प्रेरित किया होताl जब राजा शाऊल इतना ईर्ष्यालु हो गया कि वह दाऊद को मारना चाहता था, तो शाऊल के सबसे बड़े पुत्र योनातान ने उसकी रक्षा की और उससे मित्रता की l वे दोनों “एक मन हो गए” (1 शमुएल 18:1) और योनातान “उसे अपने प्राण के समान प्यार करने लगा” (पद.1,3) और—यद्यपि वह सिंहासन का प्रत्यक्ष उत्तराधिकारी था—राजा बनने के लिए दाऊद के दिव्य चुनाव को स्वीकार किया l उसने दाऊद को अपना वस्त्र, तलवार, धनुष और कटिबंध दिया (पद.4) बाद में,दाऊद ने घोषणा की कि एक मित्र के रूप में उसके लिए योनातान का गहरा प्रेम अद्भुत था I(2 शमुएल 1:26)  

यीशु में विश्वासियों के रूप में, वह हमारे स्वयं के संबंधपरक(relational) “बताने के कमरे” बनाने में हमारी मदद करे—मित्रता जो मसीह के प्रेम और देखभाल को दर्शाती हैl आइए हम दोस्तों के साथ रहने के लिए समय निकालें, अपने हृदयों को खोलें, और उसमें एक दूसरे के साथ सच्ची संगति में रहें l