शर्मन स्मिथ ने जब डेलैंड मैककुल्लौघ को मियामी यूनिवर्सिटी, अमेरिका के लिए खेलने का चयन किया तो वह उससे बहुत प्रेम करने लगे और उसके लिए एक पिता समान बन गए जो डेलैंड  के पास न था। डेलैंड शर्मन का बहुत बड़ा प्रशंसक था और वह उसकी तरह ही बनना चाहता था । एक दशक के बाद जब डेलैंड को अपनी जन्म देने वाली माँ का पता चला तो उसकी मां ने उसे एक खबर सुना कर चौका दिया की, “तुम्हारे पिता का नाम शर्मन स्मिथ है” हां यह वही शर्मन स्मिथ । कोच शर्मन स्मिथ यह जानकर चौक गए कि उनके पास एक पुत्र है, और डेलैंड  भी यह जानकर हैरान हो गया कि जिसे वह अपने पिता के समान देखता आया था वह वास्तव में उसका पिता ही था!

अगली बार जब मिले तो शर्मन डेलैंड को गले लगाते हुए कहा, “मेरे बेटे” । डेलैंड ने ऐसा कभी किसी पिता से नहीं सुना था वह जानता था कि शर्मन किस स्थान से खड़े होकर कह रहे थे, “मैं तुझ पर गर्व करता हूं, यह मेरा पुत्र है” और वह आनंद से भर गया।

हमें भी अपने स्वर्गीय पिता के सिद्ध प्रेम को जानने के बाद आनंद से भर जाना चाहिए । यूहन्ना लिखता है, “देखो पिता ने हम से कैसा प्रेम किया है, कि हम परमेश्वर की सन्तान कहलाएँ!” (1 यूहन्ना 3:1) हम डेलैंड की तरह स्तब्ध हैं, जिसने यह सोचने की हिम्मत नहीं की कि शर्मन जैसा कोई व्यक्ति उसका पिता हो सकता है। क्या यह सचमुच सच है? यूहन्ना जोर देकर कहते हैं, हाँ,”हम हैं भी” (पद 1)।

यदि तुम यीशु पर विश्वास करते हो तो उसके पिता तुम्हारे भी पिता है । आप अनाथ और दुनिया में अकेला महसूस कर सकते हैं। परंतु सच्चाई यह है कि तुम्हारा एक पिता है और वही एकमात्र सिद्ध है और वह आपको अपना बच्चा कहने में गर्व महसूस करता है।