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वन का अँधेरा कमरा(Forest Darkroom)

सेना टोनी वैकेरो को एक फोटोग्राफर के रूप में मौका नहीं देगी, लेकिन ऐसी स्थिति ने उन्हें नहीं रोका l तोप के गोलों और छर्रों से जो मानो पेड़ों से बरस रहें हों से बचने के डरावने क्षणों के बीच, उसने वैसे भी तस्वीरें लीं l फिर, जब उसके मित्र सो गए, तो उसने अपने फिल्म विकसित करने के लिए रसायनों को मिलाने के लिए उनके हेलमेट का उपयोग किया l रात का जंगल अँधेरा कमरा(darkroom/कमरा जहां फोटो बनाए जाते हैं) बन गया जिसमें वैकेरो ने द्वितीय विश्व युद्ध के हर्टगेन वन(Hurtgen Forest) की लड़ाई का एक कालातीत/असामयिक रिकॉर्ड बनाया l 

राजा दाऊद अपने हिस्से की लड़ाइयों और अँधेरे समय से गुजरा l 2 शमूएल 22 कहता है, “यहोवा ने दाऊद को उसके सब शत्रुओं और शाऊल के हाथ से बचाया” (पद.1) l दाऊद ने उन अनुभवों का उपयोग परमेश्वर की विश्वासयोग्यता का रिकॉर्ड तैयार करने के लिए किया l उसने कहा, “मृत्यु के तरंगों ने तो मेरे चारों ओर घेरा डाला, नास्तिकपन/विध्वंश की धाराओं ने मुझे को घबरा दिया”(पद.5) l दाऊद जल्द ही हताशा से आशा की ओर मुड़ गया : “अपने संकट में मैं ने यहोवा को पुकारा और अपने परमेश्वर के सम्मुख चिल्लाया”(पद.7) l दाऊद ने परमेश्वर की अचूक सहायता के लिए उसकी स्तुति करना सुनिश्चित किया l उसने कहा, “यहोवा, तू ही मेरा दीपक है, और यहोवा मेरे अंधियारे को दूर करके उजियाला कर देता है l तेरी सहायता से मैं दल पर धावा करता, अपने परमेश्वर की सहायता से मैं शहरपनाह फांद जाता हूँ” (पद.29-30) l 

दाऊद ने अपनी कठिनाइयों को संसार को अपने विश्वासयोग्य परमेश्वर के बारे में बताने के अवसर में बदल दिया l हम भी ऐसा ही कर सकते हैं l आखिरकार, हम उस पर भरोसा करते हैं जो अन्धकार को प्रकाश में बदल देता है l 

स्वर्ग गीत गा रहा है

जब हाई स्कूल गायक मंडल ने अर्जेंटीना का गीत “एल सिएलो केंटो एलेग्रिया(El Cielo Canta Alegria)” गया तो उनकी आवाज़ में ख़ुशी स्पष्ट थी l मैं प्रदर्शन का आनंद ले रही थी लेकिन गीत के बोल समझ नहीं पा रही थी क्योंकि मैं स्पेनिश नहीं जानती l लेकिन जब तक गाना बजानेवालों ने ख़ुशी से घोषणा करना आरम्भ नहीं किया तब तक मुझे एक परिचित शब्द पहचानने में अधिक समय नहीं लगा, “अलेलुया!” बार-बार मैंने सुना, ” अलेलुया” ईश्वर की स्तुति की घोषणा है जो संसार भर की अधिकाँश भाषाओँ में समान लगती है l गाने की पृष्ठभूमि जानने के लिए उत्सुक, मैं संगीत कार्यक्रम के बाद ऑनलाइन गयी और पाया कि शीर्षक का अनुवाद “स्वर्ग आनंद के लिए गा रहा है l” 

प्रकाशितवाक्य 19 में एक उत्सव पूर्ण अंश में, हमें उस सामूहिक गीत में व्यक्त वास्तविकता की एक झलक दी गयी है—पूरा स्वर्ग आनंदित हो रहा है! नया नियम की आखिरी पुस्तक में प्रेरित यूहन्ना के भविष्य के दृष्टिकोण में, उसने स्वर्ग में लोगों और स्वर्गदूतों की एक विशाल सभा की एक विशाल सभा  को परमेश्वर के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हुए देखा l यूहन्ना ने लिखा कि स्वरों के समूह ने ईश्वर की  शक्ति का जश्न मनाया जिसने बुराई और अन्याय पर जीत प्राप्त की, पूरी पृथ्वी पर उसका राज्य और उसके साथ हमेशा के लिए अनंत जीवन l बार-बार, स्वर्ग के सभी निवासी “हल्लिलूय्याह” की घोषणा करते हैं(पद.1,3,4,6) या “परमेश्वर की स्तुति करो!” 

एक दिन “हर एक कुल और भाषा और लोग और जाति में से” (5:9) परमेश्वर की महिमा की घोषणा करेंगे l और ख़ुशी के साथ हर अलग-अलग भाषा में हमारी सभी आवाजें एक साथ चिल्लएंगी, “हल्लिलूय्याह!”

एक दूसरे की सहायता करें

जब एक कम स्थापित स्कूल की क्रिकेट टीम क्रिकेट टीम क्रिकेट जोनल टूर्नामेंट(zonal tournament) के लिए मैदान में उतरी, तो स्टैंड में मौजूद प्रशंसकों ने कमजोर टीम के लिए उत्साह बढ़ाया l इस टीम से पहले दौर से आगे बढ़ने की उम्मीद नहीं थी, लेकिन उन्होंने ऐसा किया l और अब उन्होंने स्टैंड से अपने स्कूल के गाने की आवाज़ सुनी जो उन्हें उत्साहित कर रही थी, हालाँकि उनके साथ कोई बैंड नहीं था l उनके प्रतिद्वंद्वी स्कूल बैंड ने हालाँकि जीत का पक्ष लिया था, लेकिन खेल से कुछ मिनट पहले उन्होंने अपने प्रतिद्वंद्वी का स्कूल गाना सीख लिया था l बैंड केवल वे गाने बजा सकता था, जिन्हें वे जानते थे, लेकिन उन्होंने दूसरे स्कूल और दूसरी टीम की सहायता करने के लिए गाना सीखने का फैसला किया l 

इस बैंड की गतिविधियों को फिलिप्पियों में वर्णित एकता के प्रतीक के रूप में देखा जा सकता है l पौलुस ने फिलिप्पी के आरंभिक चर्च को—और आज हमें—एकता में रहने, या “एक मन” (फिलिप्पियों 2:2) रहने के लिए कहा, खासकर इसलिए क्योंकि वे मसीह में एकजुट थे l ऐसा करने के लिए, प्रेरित ने उन्हें स्वार्थी महत्वाकांक्षा छोड़ने और अपने हितों से पहले दूसरों के हितों पर विचार करने के लिए प्रोत्साहित किया l 

दूसरों को अपने से ऊपर महत्व देना स्वाभाविक रूप से नहीं आ सकता है l पौलुस ने लिखा, “विरोध या झूठी बड़ाई के लिए कुछ न करो, पर दीनता से एक दूसरे को अपने से अच्छा समझो”(पद.3) l “हर एक अपने ही हित की नहीं, वरंन् दूसरों के हित कि भी चिंता करें”(पद.4) l 

हम दूसरों का समर्थन कैसे कर सकते हैं? उनकी रुचियों पर ध्यानपूर्वक विचार करके, चाहे उनके युद्ध गीत सीख करके या उन्हें जो कुछ भी आवश्यकता हो उस प्रदान करके l 

परिवार से बढ़कर

जोन को एक प्रतिष्ठित कॉलेज में पूर्ण प्रोफेसर के रूप में स्थापित किया गया था l उसका बड़ा भाई डेविड प्रसन्न था, लेकिन, जैसा कि भाई करते हैं, वह जोन को चिढ़ाने से खुद को नहीं रोक सका कि जब वे लड़के थे तो कैसे उसने उसे कुश्ती में जमीं पर गिरा दिया था l जोन जीवन में बहुत आगे बढ़ गया था, लेकिन वह हमेशा डेविड का छोटा भाई रहेगा l 

परिवार को प्रभावित करना कठिन है—भले ही आप मसीहा(Messiah) हों l यीशु नासरत के लोगों के बीच बड़ा हुआ था, इसलिए उन्हें यह विश्वास करने में कठनाई हुयी कि वह विशेष था l फिर भी वे उससे चकित हुए l “कैसे सामर्थ्य के काम इसके हाथों से प्रगट होते हैं? क्या यह वही बढ़ई नहीं, जो मरियम का पुत्र . . . है? (मरकुस 6:2-3) l यीशु ने उनसे कहा, “भविष्यद्वक्ता अपने देश, और अपने कुटुम्ब, और अपने घर को छोड़ और कही भी निरादर नहीं होता” (पद.4) l ये लोग यीशु को अच्छी तरह से जानते थे, लेकिन वे विश्वास नहीं कर सकते थे कि वह परमेश्वर का पुत्र था l 

शायद आपका पालन-पोषण एक धार्मिक घर में हुआ हो l आपकी आरंभिक यादों में चर्च जाना और भजन गाना शामिल है l यीशु को हमेशा परिवार जैसे महसूस हुआ है l यदि आप उस पर विश्वास करते हैं और उसका अनुसरण करते हैं, तो यीशु आपका परिवार है l वह “[हमें] भाई-बहन कहने से नहीं लजाता” (इब्रानियों 2:11) l परमेश्वर के परिवार में यीशु हमारा बड़ा भाई है (रोमियों 8:29)! यह एक बड़ा विशेषाधिकार है, लेकिन हमारी निकटता उसे सामान्य बना सकती है l सिर्फ इसलिए कि कोई व्यक्ति परिवार है इसका मतलब यह नहीं है कि वह विशेष नहीं है l 

क्या आप खुश नहीं है कि यीशु परिवार है, और परिवार से भी बढ़कर? जैसा कि आप आज उसका अनुसरण करते हैं, वह और अधिक व्यक्तिगत और अधिक विशेष हो जाए l