उसके पति की मृत्युपरांत पहले क्रिसमस के आगमन में, मेरे सहेली डेविडीन ने एक आश्चर्यजनक पत्र लिखा कि पृथ्वी पर यीशु के जन्म के समय स्वर्ग में कैसा रहा होगा l “जो होना था परमेश्वर उसे जानता था,” उसने लिखा l “तीनों एक थे, और हमारे लिए उसने अपने बहुमूल्य एकता को टूटने दिया l स्वर्ग परमेश्वर के पुत्र से खाली हो गया l”:

यीशु ने पृथ्वी पर लोगों को उपदेश और चंगाई देते हुए कहा, “मैं अपनी इच्छा नहीं वरन् अपने भेजनेवाले को इच्छा पूरी करने के लिए स्वर्ग से उतरा हूँ …. क्योंकि मेरे पिता की इच्छा यह है कि जो कोई पुत्र को देखे और उस पर विश्वास करे, वह अनंत जीवन पाए” (यूह. 6:38,40) l

जब यीशु बेतलहम में जन्म लिया, वह पृथ्वी पर परमेश्वर का प्रेम दर्शाने और क्रूस पर अपना जीवन देकर हमें पाप के दंड और सामर्थ से छुड़ाने हेतु उसके मिशन का आरंभ था l

डेविडीन कहती है, “मैं किसी और के लिए उससे अलग होने का चुनाव नहीं कर सकती जिससे मैं प्यार करती थी, और जिसके साथ मैं एक थी l” “किन्तु परमेश्वर ने किया l उसका घर मेरे घर से भी खाली था, कि मैं उसके घर में उसके साथ सर्वदा रह सकूँ l”

“क्योंकि परमेश्वर ने जगत से ऐसा प्यार रखा कि उसने अपना एकलौता पुत्र दे दिया” (युह. 3:16) l