“मैं एक सचिव हूँ,” एक सहेली बोली l “लोग मेरी बात सुनकर मुझे दया-भाव से देखते हैं l किन्तु यह जानकार मैं किसकी सचिव हूँ, विस्मय से देखते हैं!” अर्थात्, समाज अक्सर किसी के कार्य को कम महत्वपूर्ण समझता हैं, जब तक कि वह किसी तरह धनी या प्रसिद्ध लोगों से जुड़ा न हो l
हालाँकि, परमेश्वर की संतान होने के कारण हम किसी भी व्यवसाय पर, सांसारिक स्वामी पर ध्यान दिए बिना, गर्व कर सकते हैं, क्योंकि हम प्रभु यीशु की सेवा करते हैं l

इफिसियों 6 में, पौलुस सेवकों एवं स्वामियों से बातचीत करता है l वह दोनों समूहों को ताकीद देता है कि हम एक स्वर्गिक स्वामी की सेवा करते हैं l इसलिए हमें हृदय की सच्चाई, ईमानदारी, और आदर से करना है क्योंकि हम स्वयं मसीह की सेवा और उसका कार्य कर रहे हैं l जैसे प्रेरित पौलुस हमें याद दिलाता है, “सेवा को मनुष्यों की नहीं परन्तु प्रभु की जानकार सच्चे हृदय से करो” (इफि. 6:7) l

हमारे लिए सभी कार्य द्वारा परमेश्वर की सेवा करना क्या ही सौभाग्य है, फ़ोन का उत्तर देना हो, या कार चलाना हो या घर का काम, या व्यवसाय l आज हम मुस्कराकर कार्य करें, याद रखते हुए कि सभी काम करने के द्वारा हम परमेश्वर की सेवा करते हैं l