विश्व समाचार इन्टरनेट, टेलीविजन, रेडियो, और मोबाइल से हम पर बौछार करते हैं l अधिकतर गलत बातें बतातीं हैं-अपराध, आतंकवाद, युद्ध और आर्थिक समस्याएँ l फिर भी कभी-कभी सुसमाचार हमारे दुःख और निराशा के अंधकारमय समय में प्रवेश करता है-स्वार्थहीन कार्यों की कहानी, एक चिकित्सीय खोज, या युद्ध से बर्बाद स्थानों में शांति प्रयास l
बाइबिल के पुराने नियम में दो लोगों के शब्द लड़ाई से व्यथित लोगों के लिए बड़ी आशा लेकर आयी l
एक बेरहम और शक्तिशाली राष्ट्र पर परमेश्वर के भावी न्याय का वर्णन करके, नहूम कहता है, “देखो, पहाड़ों पर शुभसमाचार का सुनानेवाला और शांति का प्रचार करनेवाला आ रहा है!” (नहूम 1:15) l इस खबर ने क्रूरता से शोषित लोगों के लिए आशा लेकर आयी l
एक मिलताजुलता वाक्यांश यशायाह में है : “पहाड़ों पर उसके पाँव क्या ही सुहाने हैं जो शुभ समाचार लाता है, जो शांति की बातें सुनाता है और कल्याण का शुभ समाचार और उद्धार का सन्देश देता है” (यशा. 52:7) l
नहूम और यशायाह के भविष्यसूचक शब्दों की परिपूर्णता प्रथम क्रिसमस में हुई जब स्वर्गदूत ने चरवाहों से कहा, “मत डरो; क्योंकि देखो, मैं तुम्हें बड़े आनंद का सुसमाचार सुनाता हूँ जो सब लोगों के लिए होगा, कि आज दाऊद के नगर में तुम्हारे लिए एक उद्धारकर्ता जन्मा है, और यही मसीह प्रभु है” (लूका 2:10-11) l
हमारे दैनिक जीवनों में बोला गया सर्वोत्तम समाचार है-मसीह उद्धारकर्ता जन्मा है!
यीशु का जन्म सर्वोत्तम समाचार है जो संसार ने कभी सुना हो!