पिनाटा अर्थात् टोफियों और मिठाइयों से भरा गत्ते का एक डिब्बा अथवा मिट्टी के पात्र के बगैर मिक्सिको का उत्सव अधुरा है l बच्चे एक छड़ी से उसे तोड़कर टोफियाँ आदि पाने का प्रयास करते हैं l
मठवासी पिनाटा द्वारा सोलहवीं शताब्दी में मैक्सिकों के मूल निवासियों को सिखाते थे l पिनाटा सात भयंकर पाप दर्शानेवाले सात बिंदु वाले तारे होते थे l पिनाटा को तोड़ना बुराई से लड़ाई दर्शाता था, और उसके अन्दर की वस्तुएं बाहर गिर जाती थीं, लोग उसे विश्वास को बचाए रखने के पुरुस्कार के तौर पर अपने घर ले जाते थे l
किन्तु हम बुराई से नहीं लड़ सकते l परमेश्वर अपनी करुणा दिखाने के लिए हमारे प्रयास नहीं चाहता l इफिसियों हमें शिक्षा देता है कि “ विश्वास के द्वारा अनुग्रह ही से तुम्हारा उद्धार हुआ है … वरन् परमेश्वर का दान है” (2:8) l हम नहीं; मसीह ने पाप को हराया है l
बच्चे पिनाटा के अन्दर की मोमबत्तियों चाहते हैं, किन्तु परमेश्वर के वरदान हमें यीशु में विश्वास से मिलते हैं l परमेश्वर ने “हमें … सब प्रकार की आत्मिक आशीष दी हैं” (1:3) l हमारे पास पाप क्षमा, छुटकारा, लेपलाकपन, नया जीवन, आनंद, प्रेम, और बहुत कुछ है l ये आत्मिक आशीषें हमें विश्वास को बचाने और मजबूत बने रहने से नहीं किन्तु यीशु में विश्वास से मिली हैं l आत्मिक आशीषें केवल अनुग्रह अर्थात् जिसके हम योग्य नहीं हैं, से आतीं हैं l
हम अनुग्रह ही से बचाए गए हैं l अब हम अनुग्रह से प्राप्त आशीषों का आनंद उठाते हैं l