हमारे विवाह की सालगिरह पर, आनंददायक रोमांच के लिए मेरे पति ने अपने मित्र से दो सीट और दो जोड़ी पैडल वाली साइकिल मांग लाए l उसको चलाते समय, मैंने महसूस किया कि पीछे की सीट पर बैठकर मैं अपने पति के चौड़े कन्धों के कारण सामने ठीक से देखने में असमर्थ थी l और मेरा हैंडल स्थिर होने से साइकिल को मोड़ने में उसका योगदान नहीं था l केवल सामने वाला हैंडल ही हमारी दिशा निर्धारित कर रहा था; मेरा हैंडल मेरे शरीर के लिए सहारा मात्र था l साइकिल पर नियंत्रण नहीं कर पाने से मैं निराश हो सकती थी अथवा अपने पति, माइक पर भरोसा करके सुरक्षा और मार्गदर्शन का चुनाव कर सकती थी l
जब परमेश्वर ने अब्राम से अपना घर और परिवार छोड़ने को कहा, उसने उसे मंजिल के विषय अधिक जानकारी नहीं दी l कोई भुगौलिक मार्गदर्शन नहीं l नए स्थान अथवा उसके प्राकृतिक संसाधन की कोई भी जानकारी नहीं l न ही वहाँ पहुँचने में लगने वाला समय l परमेश्वर ने केवल उससे उस देश में “जाने” को कहा जो वह उसे देनेवाला था l जब बहुत लोग जानकारी चाहते हैं, अब्राम का बिना जानकारी के, परमेश्वर के निर्देश के प्रति आज्ञापालन, उसके लिए विश्वास गिना गया (इब्रा. 11:8) l
यदि हम अपने जीवनों में अनिश्चितता अथवा अनियंत्रण महसूस करें, हम अब्राम की तरह परमेश्वर का अनुसरण करें और भरोसा रखें l प्रभु हमें भली-भांति लिए चलेगा l
अपने लिए परमेश्वर के मार्गदर्शन पर भरोसा किया जा सकता है l