अगवा किये जाने और 13 दिनों तक बंधक रहकर स्वतंत्र होने के बाद, न्यूज़ीलैण्ड न्यूज़ कैमरामैन ओलाफ़ वीग़ ने, खूब मुस्करा कर बोला, “मैं अपने सम्पूर्ण जीवन की अपेक्षा अभी सबसे अधिक जीवित महसूस करता हूँ l

समझ से परे कारणों से, स्वतंत्र रहने से अधिक स्वतंत्र होना अधिक हर्षित करता है l

प्रतिदिन स्वतंत्रता का आनंद लेनेवालों के लिए, ओलाफ़ का आनंद एक नेक ताकीद है कि हम भूल जाते हैं कि हम कितना धन्य हैं l यह वास्तव में आत्मिक भी है l हम लम्बे समय से मसीही रहकर अक्सर भूल जाते हैं कि पाप द्वारा बंधक होना कैसा होता है l हम लापरवाह और कृतघ्न हो जाते हैं l किन्तु परमेश्वर एक नए विश्वासी की उल्लसित साक्षी द्वारा उसके जीवन में अपना काम दर्शाकर, हमें याद दिलाता है कि हम भी अपने उस आनंद को स्मरण करें, कि हम भी “पाप की और मृत्यु की व्यवस्था से स्वतंत्र” हैं (रोमियों 8:2) l

यदि स्वतंत्रता आपके लिए उदासीन हो गया है, अथवा यदि आपका ध्यान अपनी अक्षमता पर है, इस को विचारें : अब आप पाप के दास नहीं, किन्तु मसीह यीशु के साथ पवित्रता और अनंत जीवन का आनंद लेने हेतु स्वतंत्र किये गए हैं (6:22) l

परमेश्वर को उन बातों के लिए धन्यवाद देने के लिए समय निकालकर मसीह में अपनी स्वतंत्रता का उत्सव मनाएँ जो आप उसका सेवक होकर स्वतंत्रता से कर सकते हैं l