कुछ साल पहले मैंने अपने बेटों के साथ सलेमोन, इडाहो की “रिवर ऑफ नो रिटर्न” नामक नदी पर स्थिति एक परित्यक्त फार्म में एक सप्ताह बिताया।
एक दिन फार्म पर टहलते समय मैंने एक पुरानी कब्र देखी। वहाँ काठ पर लिखी लिखावट अब मिट चुकी थी। कोई, जो जीवित था और मर गया-अब भुलाया जा चुका है। कब्र की जगह दुखद थी। घर पहुंचकर उस पुराने फार्म के इतिहास के बारे में जानने की मैंने कोशिश की। परन्तु उस व्यक्ति के बारे में कोई जानकारी ना मिली।
कहावत है कि सबसे उत्तम लोगों को लगभग सौ साल याद किया जाता है। हम बाकियों को जल्द भुला दिया जाता है। पिछली पीढ़ियों की यादें हमारी लिखावट के समान जल्द मिटने लगती है। तो भी हमारी विरासत परमेश्वर के परिवार के माध्यम से आगे पारित होती आई है। परमेश्वर से और दूसरों से हम अपने जीवन में कैसे से प्रेम करते हैं, बस वह बाकि रह जाता है। मलाकी 3:16-17 हमें बताता है, जो यहोवा का भय मानते…।
पौलुस ने दाऊद के बारे में कहा कि क्योंकि दाऊद तो…(प्रेरितों के काम 13:36)। उसके समान हम भी परमेश्वर से प्रेम करें और हमारी पीढ़ी में उसकी सेवा करें और स्मरण को उन्हीं पर छोड़ दें। “वे मेरे निज भाग ठहरेंगे,” यहोवा की वाणी है।
परमेश्वर के लिए जीवन जीना एक स्थाई विरासत को छोड़ना है।