1800 के दशक में, चार्ल्स स्पर्जन ने लन्दन के चर्च में अपनी लम्बी सेवा के दौरान, यशायाह 49:16 की प्रचूरता पर उपदेश देना पसंद किया, जिसमें लिखा है कि परमेश्वर ने अपनी हथेलियों पर हमारे चित्र खोद रखे हैं l  उन्होंने कहा, “ऐसे पदों पर सौ बार उपदेश दिए जाने चाहिए!” यह विचार इतना बहुमूल्य है कि हम इसे बार-बार याद कर सकते हैं l

स्पर्जन प्रभु की इस प्रतिज्ञा का अद्भुत सम्बन्ध उसके इस्राएली लोग, और परमेश्वर पुत्र, यीशु, जो क्रूस पर हमारे लिए मृत्यु सही के बीच बताते हैं l स्पर्जन प्रश्न पूछते हैं, “उन हथेलियों में ये घाव कैसे हैं? . . . घाव बनानेवाला उपकरण कील था, जिसका साथ हथौड़े ने दिया था l उसे क्रूस पर जकड़ा गया, ताकि उसके लोगों के चित्र वास्तव में उसके हथेलियों में खोद दिए जाएं l” क्योंकि प्रभु ने अपनी हथेलियों पर अपने लोगों के चित्र खोदने की प्रतिज्ञा की,  इसलिए यीशु क्रूस पर अपनी बाहों को फैलाकर, अपनी हथेलियों में कीलों को स्वीकार किये ताकि हम अपने पापों से स्वतंत्र हो जाएं l

यदि और जब भी हम सोचने को प्रवृत होते हैं कि परमेश्वर भूल गया है, हमें अपने हथेलियों को देखकर परमेश्वर की प्रतिज्ञा को याद करना है l उसने अपनी हथेलियों पर हमारे लिए अमिट दाग बनाए हैं; वह हमसे अत्यधिक प्रेम करता है l