स्टीवन थॉम्पसन सेंटीपीड किसी अन्य के विपरीत एक क्रॉस-कंट्री प्रतियोगिता है l सात सदस्यों की प्रत्येक टीम एक इकाई के रूप में तीन मील की दौड़ की पहली दो मील एक रस्सी को पकड़कर दौड़ती है l दो मील के निशान पर टीम, रस्सी को छोड़ देती है और दौड़ को अलग-अलग ख़त्म करती है l इसलिए, प्रत्येक व्यक्ति का समय, टीम की गति और उसकी अपनी गति का मेल होता है l
इस साल, मेरी बेटी की टीम ने ऐसी रणनीति का चयन किया जिसे मैंने पहले नहीं देखा था : उन्होंने सबसे तेज धावक को सबसे आगे और सबसे धीमे को उसके पीछे रखा l उन्होंने समझाया कि उनका लक्ष्य सबसे मजबूत धावक का सबसे धीमा धावक के निकट रहकर उसे उत्साहित करना था l
उनकी योजनाओं ने मुझे इब्रानियों की किताब से एक वाक्य दिखाया l लेखक हमसे “आशा के अंगीकार को दृढ़ता से थामे” (इब्रानियों 10:23) रहने को कहता है जब “प्रेम और भले कामों में उसकाने के लिए हम एक दूसरे की चिंता” करते हैं (पद.24) l इसे पूरा करने के निश्चित रूप से कई तरीके हैं, लेकिन लेखक ने एक को हाईलाइट किया : “एक दूसरे के साथ इकठ्ठा होना न छोड़े, जैसे कि कितनों की रीति है, पर एक दूसरे को समझाते रहें (पद.25) l जैसा कि हम सक्षम हैं, अन्य विश्वासियों के साथ इकठ्ठा होना विश्वास के जीवन का एक महत्वपूर्ण पहलु है l
जीवन की दौड़ कभी-कभी हमारे संभालने से अधिक महसूस होती है, और हम निराशा में रस्सी छोड़ने हेतु प्रेरित हो सकते हैं l हम साथ में दौड़ते समय, एक दूसरे को मजबूती से दौड़ने के लिए उत्साहित करें!