लोस एंजेल्स की सड़कों पर, बुरी आदत से संघर्षरत एक बेघर व्यक्ति द मिडनाइट मिशन (मानव सेवा संस्था) मे आकर सहायता मांगी l वहीँ से ब्रायन के आरोग्यता की लम्बी यात्रा आरम्भ हुयी l

आरोग्यता की प्रक्रिया के दौरान ब्रायन ने संगीत के प्रति अपने प्रेम को पुनः ढूढ़ लिया l आखिर में वह स्ट्रीट सिम्फनी (बेघर लोगों के लिए मोह रखनेवाले संगीत पेशेवर) से जुड़ गया l उन्होंनें उससे हैंडल के मसाया से ”द पीपल दैट वाक्ड इन डार्कनेस[The People That Walked in Darkness]”(संकीर्तन) का एकल प्रदर्शन करने को कहा l इस्राएल के इतिहास के तमोयुग के दौरान यशायाह नबी द्वारा लिखित शब्दों में, वह गाया, “जो लोग अंधियारे में चल रहे थे उन्होंने बड़ा उजियाला देखा : और जो लोग घोर अन्धकार से भरे हुए मृत्यु के देश में रहते थे, उन पर ज्योति चमकी” (यशायाह 9:2) l न्यू यॉर्क पत्रिका के लिए एक संगीत आलोचक ने लिखा कि ब्रायन ने “शब्दों को इस प्रकार गाया मानो वे उसके अपने जीवन से लिए गए थे l”

सुसमाचार लेखक मत्ती ने उसी परिच्छेद को उद्धृत किया l अपने ही सह इस्राएलियों को लूटने वाले जीवन से यीशु द्वारा बुलाया गया, मत्ती वर्णन करता है कि किस प्रकार यीशु ने अपने उद्धार को “यर्दन के पार” से “अन्यजातियों[गैर यहूदियों] के गलील” (मत्ती 4:13-15)  तक ले जाकर यशायाह की भविष्यवाणी को पूरा किया l

कैसर का कर लेनेवाला एक ठग (देखें मत्ती 9:9), सड़क पर बुरी लत में फिरनेवाला बेघर ब्रायन, अथवा हमारे समान लोगों पर कौन भरोसा कर सकता था कि हमें हमारे अपने ही जीवन में प्रकाश और अंधकार के बीच अंतर दर्शाने का एक मौका मिलेगा?