विडियो में एक व्यक्ति को अनियंत्रित आग के दौरान एक वयस्त मार्ग के पास घुटने टेके हुए दिखाया गया l वह हाथों से ताली बजाते हुए किसी चीज़ के आने के लिए निवेदन कर रहा था l वह क्या था? एक कुत्ता? कुछ क्षण बाद एक खरगोश कूदकर तस्वीर में आ गया l उस व्यक्ति ने उस डरे हुए खरगोश को उठाया और गति से दौड़कर उसे सुरक्षित स्थान में ले गया l

किस प्रकार एक छोटे चीज़ का बचाया जाना राष्ट्रीय खबर बन गया? इसीलिए l इनके समान सबसे निर्बल के प्रति करुणा दर्शाने के विषय कुछ प्रीतिकर है l सबसे छोटे प्राणी के लिए जगह बनाने के लिए एक बड़ा दिल चाहिए l

यीशु ने कहा स्वर्ग का राज्य एक व्यक्ति के समान है जिसने एक बड़े भोज का आयोजन किया और आने की इच्छा रखने वाले हर एक के लिए जगह बनायी l केवल प्रभावशाली लोगों के लिए नहीं परन्तु “कंगालों, टुन्डों, लंगड़ों और अन्धों” लिए (लूका 14:21) l मैं धन्यवादित हूँ कि परमेश्वर निर्बलों और कदाचित् महत्वहीन लोगों पर ध्यान देता है, क्योंकि अन्यथा मुझे कोई अवसर नहीं मिलता l पौलुस ने कहा, “परमेश्वर ने जगत के निर्बलों को चुन लिया है कि बलवानों को लज्जित करे; और परमेश्वर ने जगत के नीचों और तुच्छों को . . . चुन लिया . . .  ताकि कोई प्राणी परमेश्वर के सामने घमण्ड न करने पाए” (1 कुरिन्थियों 1:27-29) l

मुझ जैसे छोटे व्यक्ति को बचाने के लिए परमेश्वर का हृदय कितना बड़ा होगा! प्रतिउत्तर में, मेरा हृदय कितना बड़ा हो गया है? मैं आसानी से बता सकता हूँ, मैं “महत्वपूर्ण व्यक्तियों”  को किस प्रकार प्रसन्न करता हूँ के द्वारा नहीं, किन्तु उन व्यक्तियों की सेवा करके जिन्हें समाज शायद अति महत्वहीन समझता है l