उस पेंटिंग ने आकाशदीप की तरह मेरी आँखों को आकर्षित कर लिया l एक बड़े सिटी हॉस्पिटल के लम्बे कोरिडोर/गलियारा में प्रगटित, उसके विविध रंगों के गहरे वर्तिका चित्र और नवाजो अमरीकी मूल प्रजाति की आकृतियाँ बहुत ही आकर्षक थीं जिन्हें मैं देखकर अचंभित हुयी और उन्हें घूरने लगी l “वह देखो,” मैंने अपने पति, डैन से कहा l

वे मेरे आगे चल रहे थे किन्तु रुक गए, दीवार पर दूसरी पेंटिंग्स को टालते हुए केवल एक को निहारने लगे l “खुबसूरत,” मैं फुसफुसायी l

जीवन में अनेक चीजें वास्तव में खुबसूरत हैं l प्राकृतिक परिदृश्य l उत्प्रेरित कारीगरी l परन्तु ऐसी ही एक बच्चे की मुस्कराहट है l एक मित्र का हेलो l एक रॉबिन चिड़िया का नीला अंडा l एक सीप का मजबूत आवरण l बोझ को दूर करने के लिए जो जीवन ला सकता है, “[परमेश्वर] ने सब कुछ ऐसा बनाया कि अपने अपने समय पर वे सुन्दर होते हैं” (सभोपदेशक 3:11) l  बाइबल के विद्वान समझाते हैं, ऐसी सुन्दरता में हमें – परमेश्वर के आनेवाले सिद्ध नियम की महिमा सहित – उसकी रचना की पूर्णता की एक झलक मिलती है l  

हम ऐसी पूर्णता की मात्र कल्पना कर सकते हैं, इसलिए परमेश्वर हमें जीवन की सुन्दरता के द्वारा एक पूर्वानुभव देता है l इस तरह से, परमेश्वर ने “मनुष्यों के मन में अनादि-अनंत काल का ज्ञान उत्पन्न किया है” (पद.11) l कभी कभी जीवन नीरस और निरर्थक दिखाई देता है l परन्तु परमेश्वर चिंतन के लिए सौभाग्य से सुन्दरता के क्षण देता है l

जिस पेंटिंग को मैं निहार रही थी, उसका कलाकार जिरार्ड कर्टिस डेलानो, उस बात को समझ चुका था l  “परमेश्वर ने मुझे सुन्दरता को रचने के लिए गुण [दिया था],” उसने एक बार कहा, “और यह वही है जो वह चाहता था मैं करूँ l”

ऐसी सुन्दरता को देखकर, हम किस प्रकार प्रत्युत्तर दे सकते हैं? हम ठहरकर उस महिमा का आनंद लेते हुए जो हमने पहले देखा है आनेवाले अनंत के लिए धन्यवाद दे सकते हैं l