अपने पति की मृत्यु के बाद, बेट्सी ने ज़्यादातर दिन अपने घर में टेलीविजन देखकर और अपने लिए चाय बनाकर व्यतीत किया है l वह अपने एकाकीपन में अकेले नहीं है l 90 लाख से अधिक ब्रिटेनवासियों(जनसंख्या का 15 फीसदी) का कहना है कि वे अक्सर या हमेशा अकेलापन का अनुभव करते हैं, और ग्रेट ब्रिटेन ने क्यों और कैसे सहायता की जा सकती है के लिए एकाकीपन का एक मंत्री नियुक्त किया है l

एकेलापन के कुछ कारण सबको पता हैं : अक्सर हम जड़ों को गहराई में ले जाने के लिए प्रयास करते हैं l हम भरोसा करते हैं कि हम अपनी चिंता कर सकते हैं, और हमारे पास बातचीत करने के लिए कारण नहीं है l हम तकनीक से अलग-थलग है – हममें से हर एक अपने खुद के अस्थिर चित्रपटों में मगन है l

मैं अकेलापन का अंधकारमय खतरा महसूस करता हूँ, और आप भी करते होंगे l इसीलिए हमें भी संगी विश्वासियों की आवश्यकता है l इब्रानियों हमें एक दूसरे के साथ नियमित रूप से इकठ्ठा होने के लिए उत्साहित करते हुए यीशु के बलिदान की अपनी गहरी परिचर्चा समाप्त करता है (10:25) l हम परमेश्वर का परिवार हैं, इसलिए हमें “भाईचारे की प्रीति” बनाए रखना है और “अतिथि-सत्कार करना नहीं भूलना [है] (13:1-2) l यदि हममें से हर एक प्रयास करेंगे, सभी लोग देखभाल का अनुभव करेंगे l

अकेले लोग संभतः हमारी दयालुता को लौटा नहीं पाएंगे, किन्तु हार मानने का यह कारण हो नहीं सकता है l यीशु ने हमें कभी नहीं छोड़ने की प्रतिज्ञा की है (13:5), और हम उसकी मित्रता का उपयोग दूसरों के लिए अपने प्रेम को बढ़ने के लिए कर सकते हैं l क्या आप अकेले हैं? आप परमेश्वर के परिवार की सेवा करने के लिए ढूँढ कौन से तरीके ढूँढ सकते हैं? आप जो मित्रता यीशु में करते हैं वो अनंत हैं, इस जीवन में और उसके बाद भी l