जर्मनी में सेना में रहते हुए, मैंने एक बिलकुल नयी 1969 मॉडल वोक्सवगेन बीटल(कार) खरीदी l कार सुन्दर थी! बाहरी गहरा हरा रंग आंतरिक भूरे रंग का पूरक था l परन्तु वर्षों के बीतने के साथ, परिवर्तन आरंभ हो गया, जिसमें एक दुर्घटना भी था जिसने पायदान और और एक दरवाजे को नष्ट कर दिया l और मैं अधिक कल्पना करके, सोच सकता था, “मेरी सबसे अच्छी कार नवीनीकरण की सही उम्मीदवार थी!” और अधिक पैसे के साथ, मैं उसे हटा भी सकता था l परन्तु ऐसा नहीं हो सका l

धन्यवाद हो कि सिद्ध परिकल्पना और असीमित श्रोतों का परमेश्वर इतनी आसानी से जीर्ण और टूटे लोगों के विषय हार नहीं मानता है l भजन 85 नवीनीकरण के लिए सही उम्मीदवारों का और योग्य परमेश्वर का वर्णन करता है जो नया कर सकता है l हालात संभवतः सत्तर वर्षों के निर्वासन(परमेश्वर के विरुद्ध बलवा करने पर उनको प्राप्त दंड) के बाद इस्राएलियों के लौट आने के बाद की है l पीछे मुड़कर, वे उसका अनुग्रह देख पा रहे थे – जिसमें उसकी क्षमा भी थी (पद.1-3) l वे परमेश्वर से उसकी सहायता मांगने के लिए प्रेरित थे (पद.4-7) और उनको उससे अच्छी वस्तुओं की अपेक्षा थी (पद.8-13) l

हममें से कौन कभी-कभी प्रताड़ित, घायल, और टूटा हुआ महसूस नहीं करता है? और कभी-कभी हमारे द्वारा खुद की हानि करने के कारण ऐसा होता है l परन्तु इसलिए कि प्रभु नवीनीकरण और क्षमा का परमेश्वर है, उसके निकट दीनता से आनेवाले कभी भी आशाहीन नहीं हैं l खुली बाहों के साथ वह उसकी ओर लौटने वालों का स्वागत करता है, और ऐसा करनेवाले, उसकी बाहों में सुरक्षा पाते हैं l