एक तकनीक-परामर्शी कंपनी ने मुझे कॉलेज के बाद नौकरी पर लगा ली यद्यपि मैं कंप्यूटर कोड की एक पंक्ति भी नहीं लिख पाती थी और मेरे पास व्यवसाय सम्बंधित बहुत कम ज्ञान था l मेरे साक्षात्कार के दौरान, मेरे प्रवेश-स्तर ओहदे के लिए, मुझे पता चला कि वह कंपनी कार्य अनुभव को उच्च महत्त्व नहीं देती थी l इसके बदले, व्यक्तिगत गुण जैसे रचनात्मक तौर से समस्याएँ हल करने की योग्यता, सही न्याय करना, और टीम के साथ अच्छे से काम करना अधिक महत्वपूर्ण बातें थीं l कंपनी का अनुमान था कि नए कर्मचारियों को अनिवार्य कौशल सिखाया जा सकता था अगर वे उस प्रकार के लोग थे जैसा कंपनी ढूंढ रही थी l

नूह के पास जहाज़ बनाने के काम के लिए सही बायोडाटा नहीं था – वह नाव बनाने वाला नहीं था या एक बढ़ई भी नहीं l नूह एक किसान था, वह व्यक्ति जो वस्त्र पर मिट्टी और हाथ में हल से सुखद महसूस करता था l फिर भी जब परमेश्वर ने उस समय संसार में बुराई को समाप्त करने के तरीके का निर्णय किया, नूह अव्वल दिखाई दिया क्योंकि वह “परमेश्वर ही के साथ साथ चलता [था]” उत्पत्ति 6:9) l परमेश्वर ने नूह के सीखने वाले हृदय को महत्त्व दिया – अपने चारों ओर के नैतिक पतन का सामना करने और उचित करने की सामर्थ्य l

जब हमारे समक्ष परमेश्वर की सेवा करने के अवसर हों, हम खुद को उस कार्य के योग्य महसूस नहीं करेंगे l धन्यवाद हो, ज़रूरी नहीं कि परमेश्वर हमारे कौशल भाव के विषय चिंतित है l वह हमारे चरित्र को, उसके लिए प्रेम को, और उसपर भरोसा करने को महत्त्व देता है l जब पवित्र आत्मा द्वारा हमारे अन्दर इन योग्यताओं का विकास होता है, वह इस पृथ्वी पर अपनी इच्छा पूरी करने के लिए हमें बड़े या छोटे रूप में उपयोग कर सकता है l