मेरी ली सोलह फीट, 3,500 पौंड की एक बड़ी सफ़ेद शार्क है जिसे 2012 में समुद्र् विज्ञानियों ने अमरीकी पूर्वी तट से दूर चिन्हित किया था l उसके जल के ऊपर आने पर उपग्रह(sattlelite) उसके पीठ के ऊपर पंख से जुड़े ट्रांसमीटर को ढूँढ लेता है l अगले पांच वर्षों तक शोधकर्ताओं से लेकर लहरों पर बहने वालों(surfers) तक सभी ने तट के आगे पीछे मेरी ली की गतिविधियाँ ऑनलाइन देखी l उसे लगभग 40,000 मील तक देखा गया जबतक कि एक दिन संकेत बंद नहीं हो गया – शायद इसलिए कि ट्रांसमीटर की बैटरी ख़त्म हो गयी थी l

मानव ज्ञान और तकनीक केवल इतनी दूर तक ही पहुँच पाते हैं l मेरी ली का “पीछा करनेवालों” ने उसे खो दिया, परन्तु आप और हम अपने सम्पूर्ण जीवन के दौरान परमेश्वर की अभिज्ञता से बच नहीं सकते हैं l दाऊद की प्रार्थना थी, “मैं तेरी आत्मा से भागकर किधर जाऊँ? या तेरे सामने से किधर भागूँ? यदि मैं आकाश पर चढूँ, तो तू वहां है! यदि मैं अपना बिचौना अचोलोक में बिछाऊँ तो वहां भी तू है!” (भजन 139:7-8) l वह कृतज्ञता से पुकारता है, “यह ज्ञान मेरे लिए बहुत कठिन है” (पद.6) l

परमेश्वर हमसे प्रेम करने के कारण ही हमें जानने का चुनाव करता है l वह केवल हमारे जीवनों की निगरानी ही नहीं करता है परन्तु उनमें निवास करने और उन्हें नया बनाने के लिए पर्याप्त परवाह करता है l उसने यीशु के जीवन, मृत्यु, और पुनरुत्थान द्वारा हमारे निकट आया, कि हम बदले में उसे जाने, और अनंत के लिए उसे प्यार करें l हम परमेश्वर के प्रेम की पहुँच के बाहर कभी नहीं जा सकते हैं l