यह क्रिसमस से ठीक पहले था, और उसके बच्चों को कृतज्ञता(gratitude) को समझना मुश्किल लग रह था l वह जानती थी कि उस तरह की सोच में फिसलना कितना आसान था, लेकिन वह यह भी जानती थी कि वह अपने बच्चों के दिलों के लिए कुछ बेहतर चाहती थी l इसलिए उसने घर में घूमकर लाइट की स्विच, रसोई-भण्डार, रेफ्रीजरेटर का दरवाजा, वाशिंग मशीन और ड्रायर(कपड़े सुखाने की मशीन), और पानी की टोंटी पर रिबन(bow/ribbon) लगा दिए l प्रत्येक रिबन के साथ एक हाथ से लिखित नोट था : “कुछ एक उपहार जो परमेश्वर हमें देता है, उन्हें अनदेखा करना आसान है, इसलिए मैंने उन पर रिबन लगा दिए हैं l वह हमारे परिवार के लिए बहुत अच्छा है l यह न भूलें कि उपहार कहाँ से आए हैं l”

व्यवस्थाविवरण 6 में, हम देखते हैं कि इस्राएल राष्ट्र के भविष्य में मौजूदा स्थानों पर विजय शामिल था l इस प्रकार वे बड़े फलते-फूलते शहरों में जाकर रहते जो उन्होंने नहीं बनाए थे (पद.10), अच्छे-अच्छे पदार्थों से भरे हुए घरों में रहते जो उन्होंने नहीं भरे थे, और खुदे हुए कुँए, जो उन्होंने नहीं खोदे थे और दाख की बारियाँ और जैतून के वृक्ष, जो उन्होंने नहीं लगाए थे का लाभ प्राप्त करते (पद.11) l इन सभी आशीषों को सरलता से एक ही श्रोत पर वापस ले जाया जा सकता था – “[तुम्हारा] परमेश्वर यहोवा” (पद.10) l और जब परमेश्वर ने प्रेम से इन चीजों को दिया और उससे भी अधिक, मूसा यह सुनिश्चित करना चाहता था कि लोग सावधान रहें और न भूलें (पद.12) l

जीवन के कुछ कालों में भूलना आसान है l लेकिन परमेश्वर की अच्छाई, हमारे आशीषों के श्रोत को आँखों से ओझल न होने दें l