जबकि यह ईमानदारी से कुछ सांसारिक मूल्य की तलाश करने के लिए अच्छा हो सअपने सपनों का पीछा करने में लोगों के जुनून और समर्पण को देखना प्रेरणादायक है l एक युवा महिला ने जिसे मैं जानता हूँ हाल ही में अपनी पी.एच.डी. एक वर्ष में पूरी कर ली – एक कार्य जिसने सम्पूर्ण समर्पण ले लिया l एक मित्र एक विशेष कार चाहता था, तो उसने अपने लक्ष्य तक पहुँचने तक केक बेक करके उन्हें बेचने का काम किया l एक और व्यक्ति जो बिक्री(sales) के व्यवसाय में है प्रति सप्ताह सौ नए लोगों से मिलने की इच्छा रखता है l
कता है, वहाँ एक और अधिक महत्वपूर्ण प्रकार की तलाश है जिसे हमें विचार करना चाहिए l
हताशा में, मरुभूमि में संघर्ष करते हुए, राजा दाऊद ने लिखा, “हे परमेश्वर, तू मेरा परमेश्वर है, मैं तुझे यत्न से ढूँढूँगा” (भजन 63:1) l जब दाऊद ने उसे पुकारा, परमेश्वर उस थके हुए राजा के निकट आया l परमेश्वर के लिए दाऊद की गहरी आत्मिक प्यास उसकी उपस्थिति में ही संतुष्ट हो सकती थी l राजा ने परमेश्वर से उसके “पवित्रस्थान” में मुलाकात को याद किया (पद.2), उसके सम्पूर्ण विजय देनेवाले प्रेम का अनुभव किया (पद.3), और दिन-प्रतिदिन उसकी प्रशंसा करना – उसी में सच्ची संतुष्टि पाना जो एक पूर्ण और संतोषजनक भोजन का आनंद लेने के विपरीत नहीं है (पद.4-5) l रात में भी उसने परमेश्वर की महानता पर विचार किया, उसकी सहायता और सुरक्षा को पहचाना (पद.6-7) l
आज पवित्र आत्मा हमें परमेश्वर को ईमानदारी से खोजने के लिए विवश करता है l जब हम उससे लिपटे रहते हैं, परमेश्वर सामर्थ्य और प्रेम में अपने शक्तिशाली दाहिने हाथ से हमें ऊपर थामे रहता है l आत्मा की अगुवाई द्वारा, हम सभी अच्छी चीजों के निर्माता के करीब आएँ l
परमेश्वर को खोजने के लिए पवित्र आत्मा आपको कैसे प्रेरित कर रहा है? इस सप्ताह आप उसके और निकट पहुँचने के लिए कौन सी कुछ चीजें कर सकते हैं?
हे परमेश्वर, आपको खोजने के लिए मुझे अपने निकट खींचने के लिए, आपको धन्यवाद l आपको बेहतर जानने के लिए l आपसे और अधिक प्यार करने के लिए l आपकी महानता को पहचानने के लिए l मैं अपने जीवन में आपकी उपस्थिति के लिए बहुत ही धन्यवादित हूँ l