प्रत्येक वर्ष दस लाख से अधिक युवा अंतर्राष्ट्रीय पत्र-लेखन प्रतियोगिता में भाग लेते हैं l 2018 में, प्रतियोगिता का विषय था “कल्पना कीजिए कि आप समय के रास्ते यात्रा करने वाले एक पत्र हैं l आप अपने पाठकों को क्या सन्देश देना चाहेंगे?”
बाइबल में, हमारे पास पत्रों का एक संग्रह है जो समय के रास्ते हम तक पहुंचे हैं – पवित्र आत्मा की प्रेरणा और मार्गदर्शन के लिए धन्यवाद l जैसे-जैसे मसीही कलीसिया बढ़ती गई, यीशु के शिष्यों ने यूरोप और एशिया माइनर के स्थानीय कलीसियाओं को लिखा कि लोगों को मसीह में अपने जीवन को समझने में मदद करें; उनमें से बहुत से पत्र बाइबल में एकत्र किये गए जो आज हम पढ़ते हैं l
ये पत्र-लेखक पाठकों को क्या सन्देश देना चाहते थे? यूहन्ना अपने पहले पत्र में बताता है, कि वह “उस जीवन के वचन के विषय में जो आदि से था, जिसे हम ने सुना, और जिसे अपनी आँखों से देखा, वरन् जिसे हम ने ध्यान से देखा और हाथों से छुआ” के विषय लिख रहा था (1 यूहन्ना 1:1) l वह जीवित मसीह के साथ अपने सामना के विषय लिख रहा है (1 यूहन्ना 1:1) l वह लिखता है ताकि उसके पाठक एक दूसरे के साथ और “पिता के साथ और उसके पुत्र यीशु मसीह के साथ,” “सहभागी हों (पद.3) l जब हम परस्पर संगति करते हैं, वह लिखता है कि हमारा आनंद पूरा हो जाता है (पद.4) l बाइबल में पाए जाने वाले पत्र हमें ऐसी संगति में निकट लाते हैं जो समय के पार है – अनंत परमेश्वर के साथ संगति l
यदि परमेश्वर आज आपको पत्र लिखता है, वह आप से क्या कहेगा? यदि आपने एक मित्र को एक पत्र लिखा है जिसमें बताया गया है कि आपने जीवित परमेश्वर का सामना कैसे किया है, तो उसमें क्या लिखा होगा?
पिता, उस संगति के लिए धन्यवाद, जो मेरी आपके साथ है l