खुले समुद्र में, एक बचानेवाले ने आतंकित तैराकों को ट्रायथलॉन(लम्बी दूरी की तैराकी प्रतियोगिता) में प्रतिस्पर्धा करने में मदद करने के लिए अपनी नाव तैनात की l “नाव के बीच के हिस्से को न पकड़ें!” उसने तैराकों को ध्यान दिलाया, यह समझाते हुए कि इस प्रकार का प्रयास उसके नाव को डूबा देगी l इसके बजाय, उसने थके हुए तैराकों को नाव के अगले भाग की ओर निर्देशित किया l वहां वे एक लूप/फंदे को पकड़ सकते थे, जिससे सुरक्षाकर्मी व्यक्ति को बचाने में मदद कर सके l

जब भी जीवन या लोग हमें नीचे खींचने की धमकी देते हैं, यीशु में विश्वासियों के रूप में,  हम जानते हैं कि हमारे पास एक बचाने वाला है l “क्योंकि परमेश्वर यहोवा यों कहता है : देखो, मैं आप ही अपनी भेड़-बकरियों की सुधि लूँगा, और उन्हें ढूँढूँगा . . . मैं उन्हें उन सब स्थानों से निकाल ले आऊँगा, जहां जहां वे . . . तितर-बितर हो गईं [हैं]” (यहेजकेल 34:11-12) l

जब परमेश्वर के लोग निर्वासन में थे तब नबी यहेजकेल का यह आश्वासन था l उनके अगुवे  उनकी उपेक्षा किये थे और उनका शोषण किया था,  उनके जीवन को लूटा था और [परमेश्वर के रेवड़] का नहीं, अपना ही पेट भरा” (पद.8) l परिणामस्वरूप, लोग “सारी पृथ्वी के ऊपर तितर-बितर [हुए]; और न तो कोई उनकी सुधि लेता था, न कोई उनको ढूंढता था” (पद.6) l 

लेकिन परमेश्वर यहोवा यों कहता है, “मैं [अपने झुण्ड को] छुड़ाऊँगा” (पद.10), और उसकी प्रतिज्ञा अभी भी स्थिर है l 

हमें क्या करना है?  परमेश्‍वर और उसके वचनों को मजबूती से थामे रहें l वह कहता है, “मैं आप ही अपनी भेड़-बकरियों की सुधि लूँगा, और उन्हें ढूँढूँगा” (पद.11) l कसकर पकड़े रहने के लिए यह एक छुटकारे की प्रतिज्ञा है l