एक प्रसिद्ध अंग्रेजी एनीमेशन फिल्म में, कहानी दो अड़ियल एनिमेटेड जीवों के बारे में बताती है  । इंसान जैसा जीव उत्तर में जाना चाहता है और दूसरा दक्षिण जाना चाहता है । वे दोनों एक घास के मैदान के बीच सीधे मिलते हैं, लेकिन ये दोनों अड़ियल चरित्र एक तरफ नहीं हटते हैं । पहला पात्र उसी जगह रहने की कसम खाता है – भले ही उससे “पूरी दुनिया स्थिर हो जाए l” (अबाधित, दुनिया चलती रहती है और उनके चारों ओर एक राजमार्ग बना देती है ।)

कहानी मानव स्वभाव की एक अविश्वसनीय रूप से सटीक तस्वीर पेश करती है । हमारे पास सही होने के लिए एक अनिच्छुक “आवश्यकता” है, और हम विनाशकारी तरीकों से उस वृत्ति के प्रति हठी होने की संभावना रखते हैं!

हमारे लिए खुशी की बात है, परमेश्वर प्यार से अड़ियल मानव दिलों को नरम करने का चुनाव करता है l प्रेरित पौलुस यह जानता था, इसलिए जब फिलिप्पी की कलीसिया के दो सदस्य झगड़ा कर रहे थे, तो उनसे अधिक प्यार करने के कारण वह उनको अलग बुलाया (फिलिप्पियों 4: 2) । तब, पूर्व में विश्वासियों को मसीह (2:5–8) के सदृश आत्मत्यागी प्रेम रखने वाला वैसा ही . . . स्वाभाव” रखने का निर्देश देते हुए, पौलुस ने उन्हें इन “स्त्रियों की सहायता” करने को कहा जो उसके साथ सुसमाचार साझा करने में सच्ची सहकर्मी थीं l यह टीम के प्रयास के लिए शांतिदायक और बुद्धिमान समझौता बुलाहट महसूस होता है l

बेशक, कई बार कड़ा रुख अख्तियार करना पड़ता है, लेकिन मसीह के समान व्यवहार एक हठीली आत्मा की तुलना में बहुत अलग दिखाई देगा! जीवन में बहुत सी चीजों पर आपस में लड़ना उचित नहीं हैं । हम एक दूसरे के साथ हर नगण्य बात पर झगड़ा कर सकते हैं जबतक हम अपने को बर्बाद न कर दें (गलातियों 5:15) l या हम अपने अभिमान को निगल सकते हैं, विनम्रतापूर्वक बुद्धिमान परामर्श प्राप्त कर सकते हैं, और अपने भाइयों और बहनों के साथ एकता की तलाश कर सकते हैं ।