जब वॉल्ट डिज़्नी की बैम्बी (हिरनी के एक बच्चे के विषय एक एनिमेटेड अंग्रेजी फिल्म) फिर से रिलीज़ हुई, तो माता-पिता ने अपने बेटे और बेटियों के साथ बचपन की यादों को ताजा किया । एक युवा माँ, जिसका पति आउटडोर खेलों में रूचि लेने वाला एक उत्साहित व्यक्ति था, और जिसके पास एक चिताकर्षी ट्रॉफी रूम था, उन माता-पिता में से एक था । अपने छोटे बच्चों के साथ, उसने उनके उस क्षण के हांफने और कराहने का अनुभव किया जब बैम्बी ने अपनी मां को एक शिकारी के कारण खो दिया l आज तक उसे पारिवारिक समारोहों में उसकी शर्मिंदगी की याद आती है, जब पूरी मासूमियत में, उसके छोटे लड़के ने थिएटर/सिनेमा हॉल में चिल्लाया, “अच्छा शॉट!”

समय के साथ, हम अपने बच्चों की शर्मनाक बातों पर हंसते हैं । लेकिन जब भजन 136 के लोग कुछ ऐसा ही करते हैं, तो हम क्या कहेंगे? ईश्वर के चुने हुए और बचाए गए लोग, इस्राएल, प्यार का एक जश्न मनाते हैं जो समस्त सृष्टि और खुद के लिए चलता है – लेकिन उनके दुश्मनों के लिए नहीं । भजन उसकी प्रशंसा के गीत गाता है जिसने “मिस्रियों के पहिलौठों को मारा” (पद.10; निर्गमन 12: 29–30 भी देखें) ।

क्या वह किसी और की माँ, बहन, पिता, भाई की कीमत पर “अच्छे शॉट” के चिल्लाने जैसा नहीं है?

इसलिए हमें शेष कहानी की आवश्यकता है l केवल जब यीशु के पुनरुत्थान में रोशनी आती है, तो पूरे विश्व को एक परिवार की कहानियों, आंसुओं और हंसी की खुशी में आमंत्रित किया जा सकता है । केवल जब हम यीशु को अपने उद्धारकर्ता के रूप में स्वीकार करते हैं और उसी में जीवित किये जाते हैं, तो हम एक परमेश्वर के आश्चर्य को साझा कर सकते हैं, जो हर किसी से प्यार करता है – अपनी कीमत पर ।