तस्वीर ने मुझे जोर से हंसाया । भीड़ मार्ग में खड़ी होकर झंडे लहराते हुए, और कंफ़ेद्दी(confetti) फेंकते हुए अपने राजनीतिक नेता की प्रतीक्षा कर रही थी l सड़क के बीच में एक आवारा पिल्ला टहलता हुआ, मुस्कुराता हुआ दिखाई दे रहा था मानो जयकार पूरी तरह से उसके लिए था । हाँ! प्रत्येक व्यक्ति अपने जीवन के किसी न किसी समय में खुश होता है, और उसे इस प्रकार दिखायी देना चाहिये l
यह बहुत सुन्दर दिखता है जब एक पिल्ला “दिल जीत लेता है,” लेकिन दूसरे की प्रशंसा छीन लेना हमें नष्ट कर सकता है । डेविड यह जानता था, और उसने पानी पीने से इनकार कर दिया था जो उसके शक्तिशाली योद्धाओं ने पाने के लिए अपने जीवन को जोखिम में डाल दिया था । उसने उत्कंठा से कहा था कि यदि कोई बेतलहेम में कुएं से कोई पानी लाएगा तो यह बहुत अच्छा होगा । उसके तीन सैनिक उसे वस्तुतः समझ लिए l उन्होंने दुश्मन की सीमा-रेखाओं को तोड़ दिया, पानी निकाला, और उसे वापस ले गए । दाऊद उनकी भक्ति से अभिभूत था, और उसे आगे बढ़ाना था l उसने पानी पीने से इनकार कर दिया, लेकिन “यहोवा के सामने अर्घ करके उँडेला” (2 शमूएल 23:16) ।
हम प्रशंसा और सम्मान का जवाब कैसे देते हैं, हमारे बारे में बहुत कुछ कहता है । जब प्रशंसा दूसरों की ओर निर्देशित होती है, विशेष रूप से परमेश्वर, रास्ते से दूर रहें l परेड हमारे लिए नहीं है । जब सम्मान हमारी ओर निदेशित किया जाता है, तो उस व्यक्ति को धन्यवाद दें और फिर यीशु को सम्पूर्ण महिमा देते हुए उस प्रशंसा को बढ़ाएँ । “पानी” हमारे लिए भी नहीं है । धन्यवाद दीजिए, फिर उसे परमेश्वर को अर्घ करके चढ़ाएँ l
आज आपने अपने लिए या दूसरों के लिए क्या प्रशंसा सुनी? आपका दिल कैसे प्रत्युत्तर दिया?
हे परमेश्वर, आप की प्रशंसा के शब्द मेरे होठों पर लगातार हो सकते हैं । आप अकेले ही प्रशंसा के योग्य हैं!