“टैप्स(Taps)” अमेरिकी सेना द्वारा दिन के अंत में और अंतिम संस्कार में बजाई गई एक ट्रम्पेट कॉल(तुरही का आह्वान) है । जब मैंने गीत के अनौपचारिक शब्द पढ़े तो मैं चकित रह गई कि बहुत से पदों का अंत वाक्यांश “God is nigh”( ईश्वर निकट है)  के साथ होता है । चाहे प्रत्येक रात का अंधेरा होने से पहले या किसी प्रिय के खोने पर शोक व्यक्त करते हुए,  गीत सैनिकों को सुंदर आश्वासन देता है कि ईश्वर निकट है ।

पुराने नियम में,  तुरहियाँ इस्राएलियों के लिए भी एक ताकीद थीं कि परमेश्वर निकट है l उत्सव और त्यौहारों को मनाने के बीच में जो परमेश्वर और इस्राएल देश के बीच वाचा समझौते का हिस्सा थे, यहूदियों को “तुरहियों को फूँकना” था (गिनती 10:10) l तुरही बजाना न केवल परमेश्वर की उपस्थिति के लिए एक अनुस्मारक था,  बल्कि यह भी कि वह तब उपलब्ध था जब उन्हें उसकी सबसे ज्यादा जरूरत थी – और वह उनकी मदद करने के लिए अभिलाषित था l

आज,  हमें अभी भी ताकीद की आवश्यकता है कि परमेश्वर निकट है l और उपासना की अपनी शैली में,  हम भी प्रार्थना और गीत में परमेश्वर को पुकार सकते हैं l शायद हमारी प्रार्थनाओं को तुरही के रूप में माना जा सकता है कि परमेश्वर हमारी मदद कर l और सुंदर प्रोत्साहन यह है कि परमेश्वर हमेशा उन पुकारों को सुनता है (1 पतरस 3:12) l हमारी प्रत्येक अनुनय में,  वह अपनी उपस्थिति के आश्वासन के साथ प्रतिक्रिया करता है जो जीवन की कठिनाइयों और दुखों में हमें मजबूत करता हैं और सुकून देता है l