आधुनिक मैराथन(लम्बी दौड़) एक यूनानी दूत, फाईडीपीडस की कहानी पर आधारित है l किंवदंती के अनुसार, 490 ई.पू. में वह अपने दुर्जेय शत्रु, हमलावर फारसियों के खिलाफ यूनानियों की जीत की घोषणा करने के लिए मैराथन से एथेंस तक लगभग पच्चीस मील (चालीस किलोमीटर) दौड़ा l आज, लोग एक एथलेटिक उपलब्धि की व्यक्तिगत संतुष्टि के लिए मैराथन दौड़ते हैं, लेकिन फाईडीपीडस का उसके प्रयास के पीछे एक बड़ा उद्देश्य था : उसके प्रत्येक कदम उसके अपने लोगों को खुशखबरी देने के वास्तविक खुशी के लिए आगे बढ़े थे!
लगभग पाँच सौ साल बाद, दो महिलाएँ भी खुशखबरी देने के लिए दौड़ पड़ीं – इतिहास में सबसे महत्वपूर्ण खबर l जब मरियम और मरियम मगदलीनी उस कब्र पर पहुंचीं जहां यीशु को उसकी सूली पर चढ़ाने के बाद रखा गया था, तो उन्होंने इसे खाली पाया l एक स्वर्गदूत ने उन्हें बताया कि यीशु “”मृतकों में से जी उठा [है]” और उन्हें “उसके शिष्यों को समाचार देने के लिए” दौड़कर जाना है (मत्ती 28:7) l महिलाएँ, जो उन्होंने पाया था “भय और बड़े आनंद के साथ,” शिष्यों को बताने के दौड़ीं (पद.8) l
यीशु के पुनरुत्थान के सम्बन्ध में हमारे पास वही हर्षित उत्साह हो, और वह हमें दूसरों के साथ खुशखबरी साझा करने के लिए मज़बूर करे l हमें अपने उद्धारकर्ता के बारे में किसी व्यक्ति को बताने के लिए जिसे हमारे उद्धारकर्ता के विषय जानना ज़रूरी है अगले दरवाजे से आगे “दौड़” लगाने की भी आवश्यकता नहीं है l उसने मृत्यु के विरुद्ध लड़ाई जीत ली है, ताकि हम हमेशा के लिए उसके साथ विजयी रह सकते हैं!
आपके साथ मसीह के पुनरुत्थान की खुशखबरी किसने साझा की? आज आप इसे दूसरों के साथ कैसे साझा करेंगे?
हे परमेश्वर, मैं मृत्यु पर आपकी जीत के कारण खुश हूँ l आपने मुझे मेरे जीवन में जो लोग दिये हैं, उनके साथ सुसमाचार को साझा करने का सौभाग्य देने के लिए धन्यवाद l
यीशु के पुनरुत्थान के बारे में और जानने के लिए, christianuniversity.org/ca206 पर जाएँ l