बैंकॉक का एक लोकप्रिय रेस्तरां शोरबा(broth) में से सूप परोसता है जो पैंतालीस सालों से पक रहा है और प्रत्येक दिन इसमें थोड़ा और भर दिया जाता है l यह क्रिया, जिसे “सर्वकालिक सूप” कहा जाता है मध्ययुगीन समय से चला आ रहा है l जैसे कुछ “बचा हुआ भोजन” कुछ दिनों के बाद स्वाद में बेहतर हो जाता है, पकाने का बढ़ा हुआ समय मिश्रित हो जाता है और अद्वितीय स्वाद उत्पन्न करता है l रेस्तरां ने थाईलैंड में सबसे स्वादिष्ट शोरबा के लिए कई पुरस्कार जीते हैं
अच्छी चीजें अक्सर समय लेती हैं, लेकिन हमारा मानव स्वभाव धैर्य के साथ संघर्ष करता है l प्रश्न “कब तक?” पूरी बाइबल में मौजूद है l एक मार्मिक उदाहरण नबी हबक्कूक का है, जो यह पूछकर अपनी पुस्तक शुरू करता है, “मैं कब तक तेरी दोहाई देता रहूँगा, और तू न सुनेगा?” (हबक्कूक 1:2) l हबक्कूक (जिसके नाम का अर्थ है “मल्ल योद्धा) ने परमेश्वर के न्याय की भविष्यवाणी बेबीलोन के क्रूर साम्राज्य के आक्रमण के माध्यम से की, और उसने परमेश्वर के साथ मल्लयुद्ध किया कि किस प्रकार परमेश्वर भ्रष्ट लोगों को उन्नति करने की अनुमति दे सकता है जब वे दूसरों का शोषण करते थे l लेकिन परमेश्वर ने अपने समय में आशा और बहाली का वादा किया : “क्योंकि [परमेश्वर की सहायता के] इस दर्शन की बात नियत समय में पूरी होनेवाली है, . . . चाहे इसमें विलम्ब भी हो, तौभी उसकी बाट जोहते रहना; क्योंकि वह निश्चय पूरी होगी” (2:3) l
बेबीलोन का दासत्व सत्तर साल तक रहा l मनुष्य की समझ के अनुसार यह लम्बा समय है, लेकिन परमेश्वर हमेशा विश्वासयोग्य और अपने वचन के प्रति सच्चा है l
परमेश्वर की कुछ सर्वश्रेष्ठ आशीषों के आने में विलम्ब हो सकता है l यद्यपि उनमें देर होती है, उसकी ओर देखते रहें! वह हर आशीष को सिद्ध बुद्धिमत्ता और देखभाल के साथ तैयार करता है – और वह हमेशा इंतजार करने लायक होती है l