क्रिश्चियन रेडियो स्टेशन पर कॉल करने वाले ने कहा कि उसकी पत्नी सर्जरी के बाद अस्पताल से घर आ रही थी l फिर उसने कुछ ऐसा साझा किया जो मेरे हृदय से गहराई से बात की :  “हमारे चर्च परिवार में हर कोई इस दौरान हमारी देखभाल करने में अत्यंत मददगार रहा है l

जब मैंने यह सरल कथन सुना,  तो इसने मुझे मसीही आतिथ्य और देखभाल के मूल्य और आवश्यकता की याद दिला दी l मैं सोचने लगा कि एक दूसरे के लिए सह विश्वासियों का प्यार और समर्थन,  सुसमाचार की जीवन-बदलनेवाली सामर्थ्य को प्रदर्शित करने का सबसे बड़ा तरीका है l

पहले पतरस में,  प्रेरित पहली शताब्दी कलीसियाओं में जो वर्तमान में तुर्की देश है प्रसारित करने हेतु एक पत्र लिख रहा था l उस पत्र में,  उसने अपने पाठकों को ऐसा कुछ करने के लिए विवश किया जिसके विषय उसके मित्र पौलुस ने रोमियों 12:13 में लिखा था : “पहुनाई करने में लगे रहो l” पतरस ने कहा, “एक दूसरे से अधिक प्रेम रखो . . . अतिथि सत्कार करो,” और उसने  उनसे कहा कि परमेश्वर द्वारा प्रदत्त वरदानों का उपयोग “दूसरे की सेवा” करने में करो (1 पतरस 4:8-10) l यीशु के सभी विश्वासियों के लिए ये स्पष्ट निर्देश हैं कि हमें साथी विश्वासियों के साथ कैसा व्यवहार करना है l

हम सभी लोग उस फोन करने वाले की पत्नी के समान लोगों को जानते हैं─वे जिनके पास किसी के आने और ख्रीस्तीय देखभाल दिखाने की ज़रूरत है l परमेश्वर की सामर्थ्य में,  हम उन लोगों के समान हो जाएँ जो “अत्यधिक मददकार” होने के लिए जाने जाते हैं l