माइकलएंजेलो की कृतियों ने यीशु के जीवन के कई पहलुओं की खोज की,  फिर भी सबसे मार्मिक भी सबसे सरल में से एक था l 1540 के दशक में उन्होंने अपने दोस्त विट्टोरिया कोलोना के लिए एक प्रतिरूप(pieta) बनाया (यीशु की माँ की एक तस्वीर जिसमें वह मृत मसीह की शरीर को सम्भाली हुई है) l चाक(खड़िया) से बनाया गया, चित्रकारी दर्शाता है कि मरियम अपने पुत्र के शांत रूप को गोद में लिए हुए आकाश की ओर निहार रही है l मैरी के पीछे क्रूस का खड़ा हिस्से, के ऊपर दान्ते(Dante) के पैराडाइस(Paradise)  से ये शब्द अंकित हैं, “वहां वे नहीं सोचते हैं कि कितने रक्त की ज़रूरत है l” माइकल एंजेलो की बात कितनी सच थी : जब हम यीशु की मृत्यु पर विचार करते हैं,  तो हमें उसकी कीमत पर विचार करना चाहिए l

मसीह द्वारा भुगतान की गई कीमत उसकी मृत्‍यु घोषणा में अंकित है, “पूरा हुआ” (यूहन्ना 19:30) l “पूरा हुआ”(tetelestai) के लिए शब्द कई तरीकों से उपयोग किया जाता था”─यह दिखाने के लिए कि एक बिल का भुगतान किया गया था, एक कार्य पूरा हुआ, एक बलिदान चढ़ाया गया, एक श्रेष्ठकृति पूरी हुई l यीशु ने क्रूस पर हमारे पक्ष में जो किया वह उपरोक्त  सभी बातों पर लागू होता है! शायद इसीलिए प्रेरित पौलुस ने लिखा, “पर ऐसा न हो कि मैं अन्य किसी बात का घमण्ड करूँ, केवल हमारे प्रभु यीशु मसीह के क्रूस का, जिसके द्वारा संसार मेरी दृष्टि में और मैं संसार की दृष्टी में क्रूस पर चढ़ाया गया हूँ” (गलातियों 6:14) l

हमारी जगह लेने की यीशु की इच्छा इस बात का शाश्वत प्रमाण है कि परमेश्वर हमसे कितना प्यार करता है l जब हम उसके द्वारा चुकाई गयी कीमत पर विचार करते हैं, हम उसके प्यार का जश्न भी मनाएँ─और क्रूस के लिए धन्यवाद दें l