मैं एक नए सामुदायिक केंद्र के निचले तल पर एक पुस्तकालय में घूम रहा था जब एक ऊपरी धमाका ने अचानक कमरे को हिला दिया l कुछ मिनट बाद यह फिर से हुआ,  और फिर l एक क्षुब्ध लाइब्रेरियन ने आखिरकार बताया कि एक वेट-लिफ्टिंग क्षेत्र सीधे पुस्तकालय के ऊपर स्थित किया गया था, और हर बार यह आवाज़ होती थी जब कोई वजन गिराता है l वास्तुविद् (architect) और अभिकल्पकों (designer) ने इस अत्याधुनिक सुविधा के कई पहलुओं की सावधानीपूर्वक योजना बनाई थी, फिर भी कोई लाइब्रेरी को इन सभी क्रिया से दूर स्थापित करना  भूल गया था l

जीवन में भी,  हमारी योजनाएँ अक्सर दोषपूर्ण होती हैं l हम महत्वपूर्ण विचारों की अनदेखी करते हैं l हमारी योजनाएं हमेशा दुर्घटनाओं या आश्चर्यों का कारण नहीं होती हैं l यद्यपि योजना बनाने से हमें वित्तीय घाटा, समय की कमी, और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से बचने में मदद मिलती है,  यहां तक ​​कि सबसे गहन रणनीति भी हमारे जीवनों से सभी समस्याओं को समाप्त नहीं कर सकती हैं l हम अदन के बाद वाले संसार में रहते हैं l

परमेश्वर की मदद से,  हम भविष्य के बारे में विवेकपूर्ण रूप से विचार करते हुए संतुलन पा सकते हैं (नीतिवचन 6:6–8) और कठिनाइयों का जवाब दे सकते हैं l परमेश्वर अक्सर हमारे जीवन में अनुमत परेशानी के लिए एक उद्देश्य रखता है l वह इसका उपयोग हममें धैर्य विकसित करने के लिए,  हमारे विश्वास को बढ़ाने के लिए, या केवल हमें उसके करीब लाने के लिए कर सकता है l बाइबल हमें याद दिलाती है, “मनुष्य के मन में बहुत सी कल्पनाएँ होती हैं, परन्तु जो युक्ति यहोवा करता है, वही स्थिर रहती है” (नीतिवचन 19:21) l जब हम भविष्य के लिए अपने लक्ष्य और उम्मीदें यीशु को सौंप देते हैं, तो वह हमें वह दिखाएगा कि वह हममें और हमारे द्वारा क्या पूरा करना चाहता है l