लियो टॉलस्टॉय के लघु उपन्यास फैमिली हैप्पीनेस(Family Happiness) में, मुख्य पात्र सर्गे और माशा मिलते हैं जब माशा जवान और अतिसंवेदनशील है । सर्गे उम्र में बड़ा, यात्रा-अनुभवी व्यवसायी है जो संसार को ग्रामीण परिवेश से अधिक समझता है जहाँ माशा रहती है । समय के साथ, दोनों को प्यार हो जाता है और वे शादी कर लेते हैं l 

वे ग्रामीण इलाके में बस जाते है, लेकिन माशा अपने परिवेश से ऊब जाती है। सर्गे जो उसे बहुत प्यार करता है, सैंट पीटर्सबर्ग(रूस का एक शहर) की यात्रा की व्यवस्था करता है । वहाँ माशा की सुन्दरता और आकर्षण उसे त्वरित लोकप्रियता देती है l जैसे ही वह दंपति घर लौटने वाले होते हैं, शहर में एक राजकुमार आता है जो उससे मिलना चाहता है । सर्गे जानता है कि वह मासा को अपने साथ रहने के लिए मजबूर कर सकता है, पर वह उसे अपना निर्णय लेने देता है । वह रहने का चुनाव करती है । और उसका विश्वासघात उसके दिल को तोड़ देता है ।

सर्गे की तरह, परमेश्वर कभी भी हमें विश्वासयोग्य रहने के लिए विवश नहीं करेगा । इसलिए कि वह हमसे प्रेम करता है, वह हमें उसके लिए या उसके खिलाफ चुनाव करने देता है l उसके लिए हमारा पहला चुनाव तब होता है जब हम उसके पुत्र, यीशु मसीह को हमारे पाप के लिए बलिदान के रूप में ग्रहण करते है (1 यूहन्ना 4:9-10) । उसके बाद सम्पूर्ण जीवन हमारे पासनिर्णय करने का समय है ।

क्या हम परमेश्वर के प्रति विश्वासयोग्यता चुनेंगे जब उसकी आत्मा हमें अगुआई करता है, या संसार को हमें लुभाने देंगे? दाऊद का जीवन सिद्ध नहीं था, लेकिन वह अक्सर “यहोवा के मार्गों” पर चलने और ऐसा करने के भले परिणाम के बारे में लिखा (भजन 18:21-24) । जब हमारे चुनाव परमेश्वर को आदर देते हैं, हम उस आशीष का अनुभव कर सकते हैं जो दाऊद वर्णन करता है : खरे के साथ परमेश्वर अपने आपको खरा दिखाता है ।