मैं एक गाँव के प्रचारक को जानता था जिसके दो पोते मेरे सबसे अच्छे मित्र थे l हम उनके साथ शहर जाते थे और इधर-उधर उनका अनुसरण करते थे जब वे खरीददारी करते थे और अपने परिचितों के साथ बातचीत करते थे l वह उन सभों को नाम से जानते थे और उनकी कहानियाँ भी जानते थे l वह यहाँ-वहाँ ठहरकर किसी बीमार बच्चे के बारे में या किसी मुश्किल विवाह के बारे में पूछते, और प्रोत्साहन के कुछ शब्द कहते l वे पवित्रशास्त्र को साझा करते थे और यदि वे ठीक समझते थे तो प्रार्थना करते थे l मैं उस व्यक्ति को भूल नहीं सकता l वह कुछ विशेष थे l वह अपना विश्वास किसी पर थोपते नहीं थे, लेकिन उसे हमेशा पीछे छोड़ते थे l
पौलुस के अनुसार वह वृद्ध प्रचारक अपने चारों ओर “मसीह का सुगंध” रखते थे (2 कुरिन्थियों 2:15) l परमेश्वर ने उन्हें [मसीह] के ज्ञान की सुगंध” फैलाने में उपयोग किया (पद.14) l अब वह परमेश्वर के पास हैं, लेकिन खुशबू लोमेटा में अभी भी ठहरा हुआ है l
सी. एस. ल्युईस ने लिखा, “कोई साधारण लोग नहीं हैं l आपने कभी केवल मनुष्य से बात नहीं की है l” एक और तरीके से समझें, प्रत्येक मानव संपर्क में अनंत प्रभाव है l हर दिन हमारे पास एक विश्वासयोग्य और विनम्र जीवन के शांत साक्षी के द्वारा या एक थके हुए आत्मा को प्रोत्साहित करने वाले शब्दों के द्वारा हमारे आस-पास के लोगों के जीवन में बदलाव करने के अवसर हैं l कभी भी दूसरों पर होने वाले मसीह के समान जीवन के प्रभाव को कम न आंकें l
आप इस कथन के विषय क्या सोचते हैं, “कोई भी तटस्थ(neutral) संपर्क नहीं है”? सम्पूर्ण दिन के दौरान जिस तरह से आप हर संपर्क और बातचीत को देखते हैं, उससे क्या अंतर पड़ सकता है?
पवित्र आत्मा मुझे दूसरों के प्रति प्रेम, कोमलता, और दयालुता से भर दे l
Compassion: Learning to Love Like Jesus को DiscoverySeries.org/Q0208 पर पढ़ें l