डाइनिंग रूम टेबल पर बैठी हुई , मैं अपने चारों ओर हर्षित कोलाहल को निहार रही थी l चाची, चाचा, चचेरे भाई-बहन, और भतीजे, और भतीजियाँ भोजन का आनंद ले रहे थे और हमारे पारिवारिक पुनर्मिलन में एक साथ थे l मैं भी सभी का आनंद ले रही थी l लेकिन एक विचार ने मेरे हृदय को छेद दिया : तुम यहाँ एकमात्र ऐसी महिला हो, जिसके पास कोई बच्चा नहीं है, कोई परिवार नहीं जो तुम्हें अपना कह सके l 

मेरी जैसी अकेली स्त्रियों के समान अनुभव हैं l मेरी संस्कृति में, एक एशियाई संस्कृति जहाँ विवाह और बच्चों को बहुत महत्व दिया जाता है, अपना एक परिवार न होना अपूर्णता का भाव ला सकता है l यह ऐसा महसूस हो सकता है कि आपको कुछ कमी है जो परिभाषित करता है आप कौन हैं और आपको पूर्ण करता है l 

यही कारण है कि परमेश्वर का मेरा “भाग” होने का सच मेरे लिए बहुत आरामदायक है (भजन 73:26) l जब इस्राएल के गोत्रों को उनकी भूमि का आवंटन दिया गया था, तब लेवी के याजकीय गोत्र को कुछ नहीं सौंपा गया l इसके बदले में, परमेश्वर ने वादा किया कि वह उनका भाग और मीरास होगा (व्यवस्थाविवरण 10:9) l वे उसमें पूर्ण संतुष्टता प्राप्त कर सकते थे और उनकी हर आवश्यकता पूरी होने के लिए उस पर भरोसा कर सकते थे l 

हममें से कुछ के लिए, कमी के भाव का परिवार से लेना-देना नहीं है l शायद हम एक बेहतर नौकरी या उच्च शैक्षिक उपलब्धि के लिए लालायित है l हमारी स्थितियों के बावजूद, हम परमेश्वर को अपने भाग के रूप में गले लगा सकते हैं l वह हमें पूर्ण करता है l उसमें, हमें कुछ घटी नहीं है l