कोरोनावायरस महामारी के परिणामस्वरूप संसार भर में स्कूल बंद हो गए l चीन में, शिक्षकों ने डिंगटॉक के साथ प्रत्युत्तर दिया, एक ऑनलाइन ऐप जिसने कक्षा को ऑनलाइन आयोजित करने में सक्षम बनाया l तब उनके विद्यार्थियों को पता लगाया कि अगर डिंगटॉक की रेटिंग बहुत कम हो जाती है, तो यह ऐप स्टोर से हटा दिया जा सकता है l रातों रात हज़ारों एक-स्टार समीक्षाओं ने डिंगटॉक के स्कोर को गिरा दिया l
यीशु अपनी जिम्मेदारियों से किनारा करनेवाले विद्यार्थियों से प्रभावित नहीं होता, लेकिन वह उनकी सरलता की प्रशंसा कर सकता है l उसने एक बर्खास्त किये गए प्रबंधक के बारे में एक असामान्य कहानी बताई, जिसने अपने कार्य के अंतिम दिन अपने स्वामी के देनदारों के कर्ज कम कर दिये l यीशु ने प्रबंधक की बेईमानी की प्रशंसा नहीं की l इसके बजाय उसने उसकी चतुराई की प्रशंसा की और चाहा कि उसके अनुयायी भी उसी तरह चतुर बनें : “मैं तुम से कहता हूँ कि अधर्म के धन से अपने लिए मित्र बना लो, ताकि जब वह जाता रहे तो वे तुम्हें अनंत निवासों में ले लें” (लूका 16:9) l
जब धन/पैसे की बात आती है, कई लोग यह देखते हैं कि वे कितना खो सकते हैं l बुद्धिमान लोग देखते हैं कि वे क्या उपयोग कर सकते हैं l यीशु कहता है कि दूसरों को देने से “मित्र [बनते हैं],” जो सुरक्षा और प्रभाव देते हैं l किसी समूह में अगुआ कौन है? जो भुगतान करता हैं l देने से “अनंत निवास” प्राप्त होता है क्योंकि अपने धन से अलग होना यीशु में हमारे भरोसे को दर्शा सकता है l
अगर आपके पास धन/पैसा नहीं भी है, हमारे पास समय, प्रतिभा, या सुननेवाला एक कान है l आइये परमेश्वर से हमें बताने को कहें कि हम यीशु के लिए दूसरों की सेवा रचनात्मकता से कैसे कर सकते हैं l
आज यीशु आपसे किसकी सेवा कराना चाहता हैं? आप इस व्यक्ति को आशीष देने के लिए कैसे रचनात्मक तरीके से अपनी प्रतिभा, पैसा, या समय का उपयोग करेंगे?
यीशु, मैं आपके लिए दूसरों को देना चाहता हूँ l