साझा किया हुआ सुख
जब मेरी बेटी हेली मुझसे मुलाकात करने आयी, मैंने उसके तीन साल के बेटे, कैलम को, एक विशेष प्रकार का वस्त्र पहने हुए देखा, जिसे मुझे न खरोंचो(ScratchMeNot) कहते हैं । यह एक लम्बी आस्तीन वाला टॉप है जिसमें दास्ताने जुड़े हुए हैं । मेरा पौत्र पुरानी एक्जिमा से पीड़ित है, त्वचा की एक बिमारी जिसमें त्वचा में खुजली होती है, जिससे वह खुरदरा और पीड़ादायक हो जाता है । “मुझे न खरोंचो(ScratchMeNot) कैलम को अपने त्वचा को खुजलाने और उसे हानि पहुंचाने से बचाता है,” हेली ने समझाया ।
सात महीने बाद, हेली की त्वचा भभक गई , और वह खुजलाने से खुद को रोक न सकी । अब मैं समझ सकती हूँ कि कैलम क्या सह रहा है,” हेली ने मेरे सामना क़ुबूल किया । “शायद मुझे भी मुझे न खरोंचो(ScratchMeNot) पहनना पड़ सकता है!”
हेली की स्थिति ने मुझे 2 कुरिन्थियों 1:3-5 की याद दिलायी जिसमें पौलुस कहता है कि हमारा परमेश्वर “दया का पिता और सब प्रकार की शांति का परमेश्वर है । वह हमारे सब क्लेशों में शांति देता है; ताकि हम उस शांति के कारण जो परमेश्वर हमें देता है, उन्हें भी शांति दे सकें जो किसी प्रकार के क्लेश में हों । क्योंकि जैसे मसीह के दुखों में हम अधिक सहभागी होते हैं, वैसे ही हम शांति में भी मसीह के द्वारा अधिक सहभागी होते हैं ।”
कभी-कभी परमेश्वर हमें बिमारी, हानि या संकट जैसे समय से गुजरने की अनुमति देता है । वह हमें हमारी पीड़ा के द्वारा सबसे बड़ी पीड़ा की सराहना करना सिखाता है जो मसीह क्रूस पर हमारी ओर से सहा । बदले में, जब हम आराम और शक्ति के लिए उस पर भरोसा करते हैं, तो हम उसके दुःख में दूसरों को आराम देने और प्रोत्साहित करने में सक्षम होते हैं । आइये हम इस बात पर ध्यान दें कि हम किसको शांति दे सकते हैं परमेश्वर ने हमें जिस वजह से यहाँ तक पहुँचाया है ।
यीशु के लिए दूसरों को जीतना
एक दशक पहले तक, वे यीशु का नाम नहीं जानते थे । फिलीपींस में मिंदनाओ(Mindanao) की पहाड़ों में छिपे, बनवान(Banwaon) लोगों का बाहरी संसार से बहुत कम संपर्क था । एक बार की सामग्री की आपूर्ति ले जाने में दो दिन लगते थे, जिसमें उबड़-खाबड़ भूभाग पर पैदल चढ़ना-उतरना ज़रूरी था । संसार ने उनका कोई सुधि नहीं लिया ।
तब एक मिशन समूह उन तक पहुँचा, एक हेलिकॉप्टर के द्वारा लोगों को क्षेत्र से आने-जाने में मदद किया । इससे बनवान लोगों को आवश्यक सामग्री, अनिवार्य चिकित्सीय मदद मिली, और अधिक बड़े संसार का ज्ञान मिला । उन्होंने उनका परिचय यीशु से भी करवाया । वर्तमान में, आत्माओं के लिए गाने के स्थान पर, वह अपने पारम्पारिक जनजातीय गीतों को नए शब्दों के साथ जपते हैं जो एक सच्चे परमेश्वर की प्रशंसा करते हैं । मिशन विमानन ने इस नाज़ुक संपर्क को स्थापित किया ।
जब यीशु अपने स्वर्गिक पिता के पास लौटा, उसने अपने शिष्यों को यह आज्ञा दिया । “इसलिए तुम जाओ, सब जातियों के लोगों को चेला बनाओ; और उन्हें पिता, पुत्र, और पवित्र आत्मा के नाम से बपतिस्मा दो” (मत्ती 28:19) । वह आज्ञा भी स्थिर है ।
जहाँ सुसमाचार नहीं पहुँचा है वहां के लोग अजनबी स्थानों तक सीमित नहीं हैं जिनके विषय हमलोगों ने नहीं सुना है । अक्सर, वे हमारे बीच रहते हैं । बनवान लोगों तक सुसमाचार पहुँचाने में रचनात्मक्ताता और साधन-सम्पन्नता की ज़रूरत थी, और यह हमें हमारे समुदायों में बाधाओं को लांघने में रचनात्मक तरीकों को खोजने के लिए प्रेरित करता है । इसमें एक “अप्राप्य” समूह शामिल हो सकता है जिसके विषय आपने विचार भी नहीं किया होगा──कोई जो इस वक्त आपके पड़ोस में रहता है । किस तरह परमेश्वर दूसरों तक सुसमाचार पहुंचाने में आपका उपयोग कर सकता है?
घंटी बजाइए
विकिरण(radiation) उपचार के चौंका देनेवाले तीस चक्कर के बाद, रीमा को कैंसर मुक्त घोषित कर दिया गया । हॉस्पिटल की परंपरा के एक हिस्से के रूप में, वह “कैंसर-मुक्त घंटी” बजाने के लिए उत्सुक थी जिसने उसके इलाज के अंत को चिन्हित किया और आधिकारिक रूप से घोषित उसके अच्छे स्वास्थ्य का जश्न मनाया । रीमा अपने उत्सव की घंटी बजाने में इतनी उत्साही और जोरदार थी कि रस्सी वास्तव में घंटी से अलग हो गयी! आनंदपूर्ण हंसी के ढेर लग गए ।
रीमा की कहानी मेरे चेहरे पर मुस्कान लाती है और मुझे इस बात का एहसास दिलाती है कि जब भजनकार ने इस्राएली लोगों को उनके जीवन में ईश्वर के कार्य का जश्न मनाने के लिए आमंत्रित किया तो उसने क्या कल्पना की होगी । लेखक ने उन्हें “तालियाँ [बजाने],” और “जयजयकार [करने],” और “भजन [गाने]” के लिए उत्साहित किया क्योंकि परमेश्वर ने उनके शत्रुओं को भगा दिया था और इस्राएलियों को अपने प्रिय लोगों के रूप में चुन लिया था (भजन 47:1,6) ।
परमेश्वर हमेशा हमें इस जीवन में हमारे संघर्षों पर विजय नहीं देता है, चाहे वह स्वास्थ्य सम्बन्धी हो या वित्तीय या संबंधपरक । वह उन परिस्थितियों में भी हमारी आराधना और प्रशंसा के योग्य है क्योंकि हम विश्वास कर सकते हैं कि वह अभी भी “अपने सिंहासन पर विराजमान है” (पद. 8) । जब वह हमें वास्तव में चंगाई की जगह पर लाता है──तो कम से कम एक तरह से हम इस सांसारिक जीवन में पहचानते हैं──यह महान उत्सव का कारण होता है । हमारे पास बजाने के लिए शायद एक भौतिक घंटी न हो, लेकिन जैसे रीमा ने दिखाया हम उसी तरह की अतिशयोक्ति के साथ हमारे साथ जो भलाई हुई है उसका जश्न मना सकते हैं ।