एक ग्रामीण क्षेत्र में, एक खलिहान बनाना एक सामाजिक कार्यक्रम है l एक किसान के परिवार को एक खलियान बनाने के लिए बहुत महीने लगेंगे परंतु गांव वाले साथ काम करके उसे जल्दी पूरा कर देते हैं l समय से पहले लकड़ियों का इंतजाम किया जाता है, औजारों को लाया जाता है l एक नियुक्त दिन में बहुत सबेरे पूरा गांव एक जगह एकत्र होता है, काम बांटे जाते हैं, और एक साथ मिलकर खलिहान बना दिया जाता है─कभी-कभी एक दिन में l
यह कलीसिया के लिए परमेश्वर के दर्शन की एक अच्छी तस्वीर है जिसमें हमारी भूमिका है। बाइबल कहती है “तुम सब मिलकर मसीह की देह हो, और अलग अलग उसके अंग हो” (1 कुरिन्थियों 12:27) परमेश्वर ने हम में से प्रत्येक जन को विभिन्न रूप से योग्य बनाया है और कार्य को विभाजित किया है जिसमें हममें से प्रत्येक “एक साथ गठकर . . . ठीक ठीक कार्य” करते हैं ( इफिसियों 4:16) l हम समाज में “एक दूसरे का भार” उठाने के लिए प्रोत्साहित किये गए हैं (गलतियों 6:2)।
फिर भी हम इसे अक्सर अकेले ही करना चाहते हैं। हम परिस्थितियों को अपने नियंत्रण में रखने के लिए, अपनी आवश्यकताओं को अपने तक ही सीमित रखते हैं। और हम दूसरों की जरूरतों के बोझ को उठाने के लिए अपने कंधे को उपलब्ध करने में असमर्थ रहते हैं l परंतु परमेश्वर चाहता है कि हम अन्य लोगों से संपर्क करें। वो जानता है कि जब हम दूसरों की सहायता मांगते हैं और उनकी आवश्यकता के लिए प्रार्थना करते हैं तो खूबसूरत चीजें होती हैं l
हम एक दूसरे पर आश्रित होकर ही अनुभव कर सकते हैं कि परमेश्वर के पास हमारे लिए क्या है और वह उसे कैसे हमारे जीवन में अद्भुत तरीके से पूरा करता है─जैसे एक दिन में एक खलिहान का निर्माण।
कौन सी बातें आप को अपनी आवश्यकताएं दूसरों से बांटने नहीं देती? आज आप किसी की आवश्यकता को पूरा करने के लिए क्या कर सकते हैं?
प्रिय परमेश्वर, मैं जानता हूं कि बहुत बार मैं अपने जीवन को इतना निजी बना लेता हूं कि औरों को उसमें स्थान नहीं देता। उन तक पहुँचने में और उन्हें अपने जीवन में आमंत्रित करने में मेरी सहायता करें l