कहानियों ने सृष्टि के प्रारंभ से ही मनुष्यों को मोहित किया है- यह लिखित भाषा के अस्तित्व से बहुत पहले ज्ञान प्रसारित करने के एक तरीके के रूप में कार्य करती थी। कहानी सुनने या पढ़ने और शुरुआती पंक्तियों जैसे “एक समय की बात है” से तुरंत जुड़ने का आनंद हम सब जानते हैं। एक कहानी की शक्ति केवल आनंद से बढ़कर है: जब हम एक साथ एक कहानी सुनते हैं, तो हमारे दिल की धड़कनें तालमेल बिठाने लगती हैं! हालांकि हमारे व्यक्तिगत दिल की धड़कन एक दिन के दौरान बदलती रहती है,और संयोग से ही दूसरे से मेल खा सकती है, नए शोध दर्शाते है कि जब हम एक ही समय में एक ही कहानी सुनते हैं तो हमारे दिल एक ही ताल में आ सकते हैं।

परमेश्वर हमें अपनी कहानी इन शब्दों से बताना शुरू करता है, “आदि में” (उत्पति 1:1)। उस समय से जब आदम और हव्वा ने पहली बार सांस ली थी (पद 27), परमेश्वर ने उस अनकही कहानी का इस्तेमाल न केवल हमारे व्यक्तिगत जीवन को आकार देने के लिए बल्कि यह भी — और शायद इससे भी महत्वपूर्ण बात–उनके बच्चों के रूप में हमारे सामूहिक जीवन के लिए किया। बाइबल के द्वारा—अब तक की दर्ज की गई सबसे शानदार गैर- काल्पनिक कहानी— यीशु में हम विश्वासियों के दिल इस तरह जोड़े जाते है कि हम वें लोग होते है जो उसके उद्देश्यों के लिए अलग किये गए है(1 पतरस 2:9)।

प्रतिउत्तर में, हमारे दिल एक लय में धड़के, रचयिता के रचनात्मक कार्यों से प्रसन्न होकर, और हम उनकी कहानी दूसरों के साथ बाँटें, “अन्य जातियों में उसकी महिमा का, और देश देश के लोगों में उसके आश्‍चर्यकर्मों का वर्णन करो” उनको भी इसमें शामिल होने के लिए आमंत्रित करते हुए।