15 जनवरी, 1919 को संयुक्त राज्य अमेरिका के बोस्टन में कच्ची चीनी की चाशनी से भरा एक विशाल टैंक फट गया। 75 लाख लीटर से अधिक कच्ची चीनी की पन्द्रह फुट की लहर 30 मील प्रति घंटे से अधिक की गति से सड़क पर बहती हुई, रेलकार, इमारतों, लोगों और जानवरों को बहा ले गई। कच्चा चीनी सिरप काफी हानिरहित लग सकता है, लेकिन उस दिन यह घातक था — 150 या अधिक घायल होने के साथ 21 लोगों की जान चली गई।

कभी कभी अच्छी चीजें भी, जैसे कि कच्ची चीनी की चाशनी हमें अप्रत्याशित रूप से अभिभूत कर सकती हैं। इस्राएलियों के उस देश में प्रवेश करने से पहले जिसकी प्रतिज्ञा परमेश्वर ने उनसे की थी, मूसा ने लोगों को सावधान रहने की चेतावनी दी कि वे जो अच्छी वस्तुएँ प्राप्त करेंगे उनका श्रेय न लें “ऐसा न हो कि जब तू खाकर तृप्त हो, और अच्छे अच्छे घर बनाकर उन में रहने लगे, और तेरी गाय, बैलों और भेड़ बकरियों की बढ़ती हो, और तेरा सोना ,चांदी, और तेरा सब प्रकार का धन बढ़ जाए, तब तेरे मन में अहंकार समा जाए, और तू अपने परमेश्वर यहोवा को भूल जाए, जो तुझ को दासत्व के घर अर्थात् मिस्र देश से निकाल लाया है। और कहीं ऐसा न हो कि तू सोचने लगे, कि यह सम्पत्ति मेरे ही सामर्थ्य और मेरे ही भुजबल से मुझे प्राप्त हुई। परन्तु तू अपने परमेश्वर यहोवा को स्मरण रखना, क्योंकि वही है जो तुझे सम्पति प्राप्त करने का सामर्थ्य इसलिये देता है कि जो वाचा उस ने तेरे पूर्वजों से शपथ खाकर बान्धी थी उसको पूरा करे, जैसा आज प्रगट है।  (व्यवस्था विवरण 8: 12 –14, 17 –18)

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सभी अच्छी चीज़ें  जिनमें शारीरिक स्वास्थ्य और जीविकोपार्जन के लिए ज़रूरी कौशल शामिल हैं  हमारे प्यारे परमेश्वर के हाथों की आशीषें हैं। यहां तक कि जब हमने कड़ी मेहनत की है, यह वही है जो हमें सम्भालता है। खुले हाथों से अपनी आशीषों को थामें ताकि हम परमेश्वर की कृपा के लिए उसकी स्तुति कर सकें!