तस्वीर प्रबंधन
विंस्टन चर्चिल के 80 वें जन्मदिन पर, ब्रिटिश सरकार ने कलाकार ग्रैहम सदरलैंड से सुप्रसिद्ध राजनेता का तस्वीर बनवाया l आप मेरी तस्वीर कैसे बनाओगे? चुर्चिल ने पूछा : “स्वर्गदूत अथवा बुल डॉग?” चुर्चिल ये दो लोकप्रिय अनुभूतियाँ पसंद करता था l हालाँकि, सदरलैंड, ने जो देखा वही बनाया l
चुर्चिल परिणाम से नाखुश था l सदरलैंड की तस्वीर में चुर्चिल कुर्सी पर अपनी ट्रेडमार्क त्यौरियाँ चढ़ाए हुए बैठा दिखा-जो सच था l आधिकारिक अनावरण पश्चात, चुर्चिल ने तस्वीर को अपने तहखाने में छिपा दिया जो बाद में गुप्त रूप से नष्ट कर दिया गया l
चर्चिल की तरह, हममें से अनेक दूसरों के समक्ष अपनी सफलता, भक्ति, सुन्दरता, अथवा शक्ति की अच्छी छवि दिखाना चाहते हैं l शायद डर से हम अपने “कुरूप” हिस्से छिपाना चाहते हैं कि वास्तविकता प्रगट होने पर हम प्रेम नहीं किये जाएंगे l
इस्राएलियों के साथ बेबीलोन के दासत्व में, सर्वाधिक बुरा हुआ l उनके पापों के कारण, परमेश्वर ने उन्हें अपने शत्रुओं से पराजित होने दिया किन्तु डरने से मना किया l वह उनको नाम से जानकर समस्त अपमानजनक स्थिति में उनके साथ था (यशा. 43:1-2) l वे उसके हाथों में सुरक्षित थे (पद.13) और “अनमोल” थे (पद.4) l उनकी कुरूपता के बावजूद, परमेश्वर उनसे प्रेम करता था l
इस सच्चाई के हमारे अन्दर समा जाने से हम दूसरों का अनुमोदन कम चाहेंगे l परमेश्वर हमें जानता है और अभी भी हमसे असीमित प्रेम करता है (इफि.3:18) l
लहरों का शासक
11वीं शताब्दी में राजा कैन्युट संसार का सबसे शक्तिशाली व्यक्तियों में एक था l वर्तमान में प्रसिद्ध किस्सा अनुसार, उसने उठते लहरों के किनारे एक कुर्सी रखने की आज्ञा दी l “उसने समुद्र से कहा, “तुम मेरे आधीन हो l “इसलिए मेरा आदेश है कि मेरी भूमि में मत उठो, न ही अपने मालिक के कपड़े या अंगों को भिगाओ l” किन्तु लहर ने उठकर राजा के पैर भिगो दिए l
यह कहानी अक्सर कैन्युट का घमंड दर्शाने हेतु बतायी जाती है l वास्तव में यह विनम्रता की कहानी है l कैन्युट आगे कहता है, “समस्त संसार जान ले कि राजाओं की सामर्थ्य शून्य है, उसको छोड़कर जिसकी आज्ञा स्वर्ग, पृथ्वी, और समुद्र मानते हैं l” कैन्युट की कथा एक बात कहती है : केवल परमेश्वर शक्तिशाली है l
अय्यूब ने भी यही पाया l पृथ्वी की नींव रखनेवाले की तुलना में (अय्यूब 38:4-7), जो सुबह होने की और रात ख़त्म होने की आज्ञा देता है (पद.12-13), जिसके पास हिम भण्डार है, और जो तारों को आदेश देता है (पद. 22,31-33), हम छोटे हैं l लहरों का शासक एक ही है, और वह हम नहीं हैं (पद.11; मत्ती 8:23-27) l
अपने घमंड और चतुराई के समय कैन्युट की कहानी दोहराना अच्छा है l समुद्र तट पर लहरों को शांत और सूर्य को एक ओर जाने को कहें l कौन वास्तव में सर्वोच्च है हम जल्द ही याद करके अपने जीवन शासक को धन्यवाद देंगे l