रेजिनाल्ड फेस्सेनडेन ने बेतार रेडियो संचार में सफलता हासिल करने में वर्षों तक कार्य किया l दूसरे वैज्ञानिकों ने उसके विचारों को सनकी और अपरम्परागत मानकर उसकी सफलता पर शक किया l किन्तु उसका दावा था कि दिसंबर 24, 1906 में, रेडियो पर संगीत बजाने वाला वह प्रथम व्यक्ति था l

फेस्सेनडेन ने एक फल कंपनी से अनुबंध किया जिसने केले की खेती करने और उसे बेचने के लिए लगभग बारह नाकाओं में बेतार प्रणालियाँ लगायी थी l उस क्रिसमस की शाम को, फेस्सेनडेन ने नौकाओं में बेतार के चलानेवालों से ध्यान देने को कहा l 9 बजे उन्होंने उसकी आवाज़ सुनी l

बताया जाता है कि उसने संगीत-नाटक का रिकॉर्ड किया हुआ एक लय बजाया, और उसी वक्त उसने अपना वायलिन निकालकर, “ओ पवित्र रात” बजाते हुए उसके अंतिम अन्तरा तक साथ में गाया l आखिरकार, उसने क्रिसमस की शुभकामनाएं देते हुए लूका 2 में उस कहानी को बताया जहाँ बेतलेहम में स्वर्गदूत एक उद्धारकर्ता के जन्म के विषय चरवाहों को बताते हैं l

दो हज़ार वर्ष पहले बेतलहेम के चरवाहे और 1906 में यूनाइटेड कंपनी शिप्स के जहाज़ के नाविकों ने एक अँधेरी रात में आशा के विपरीत एक चकित करनेवाला आशा का सन्देश सुना l हमारे लिए एक उद्धारकर्ता जन्म लिया है जो मसीह प्रभु है!(लूका 2:11) l हम “आकाश में परमेश्वर की महिमा और पृथ्वी पर उन मनुष्यों में जिनसे वह प्रसन्न है शांति मिले”(पद.14) के स्वर द्वारा स्वर्गदूतों और सदियों के विश्वासियों के संगीत मण्डली का साथ दे सकते हैं l