“पश्चिम के देश के लोगों के पास घड़ियाँ होती हैं l अफ्रीकियों के पास समय होता है l” ऑस गिनिस ने अपनी पुस्तक इम्पॉसिबल पिपल में  एक अफ़्रीकी कहावत का सन्दर्भ देते हुए यह कहा l यह मुझे उन समयों पर विचार करने को विवश किया जब मैंने किसी निवेदन का उत्तर, “मेरे पास समय नहीं है” से दिया था l मैंने विचार किया कि किस तरह अत्यंत महत्वपूर्ण कार्य पीड़ादायक होता है, और कार्यक्रम और काम को पूरा करने का निर्धारित समय जो मेरे जीवन पर अधिकार रखता है l 

मूसा ने भजन 90 में प्रार्थना की, “हम को अपने दिन गिनने की समझ दे कि हम बुद्धिमान हो जाएं” (पद.12) l और पौलुस लिखता है, “इसलिए ध्यान से देखो, कि कैसी चाल चलते हो . . . अवसर को बहुमूल्य समझो, क्योंकि दिन बुरे हैं” (इफिसियों 5:15-16) l

मेरा अनुमान है कि पौलुस और मूसा इस बात में सहमत होंगे कि हमारे द्वारा समय का बुद्धिमत्ता से उपयोग केवल घड़ी देखना नहीं है l स्थिति हमें एक सख्त कार्यक्रम के पालन करने को विवश करेगी या हम अपने समय के बढ़ाए हुए भाग का उपहार किसी को देंगे l

इस संसार में हमारे पास मसीह के लिए अंतर लाने के लिए बहुत थोड़ा समय है और हमें उस अवसर को बढ़ाने की ज़रूरत है l इसका मतलब है कि मसीह जिन व्यक्तियों को हमारे जीवनों में आने देता है उन तक मसीह के धीरजवंत प्रेम को दिखाने के लिए हमें अपने घड़ियों और अपनी योजनाओं को थोड़े समय के लिए अलग रखना होगा l

जब हम अनंत मसीह की सामर्थ और अनुग्रह में जीवन बिताते हैं, हम अनंत के लिए अपने समय को प्रभावित करते हैं l