टोबागो द्वीप से दूर कैरेबियन सागर में तैरते समय उसकी सतह के नीचे देखने के लिए स्नोर्कल(snorkel) अर्थात् श्वास लेने के लिए नली की ज़रूरत को समझाने के लिए हमें अपने बच्चों को फुसलाना था l किन्तु गोता लगाकर जब वे जल के ऊपर आए वे बहुत उल्लसित थे, “नीचे बहुत प्रकार की मछलियाँ हैं! वह इतना सुन्दर है जो मैंने कभी नहीं देखा है जैसे रंगीन मछली!”

इसलिए कि, जल का सतह मीठे पानी की झील की तरह ही दिखाई देती थी जैसे हमारे घर के निकट है, हमारे बच्चे सतह के नीचे छिपी खूबसूरती से वंचित रह जाते l

जब नबी शमूएल यिशे के बेटों में से एक बेटे को इस्राएल के अगले राजा के रूप में अभिषेक करने गया, उसने उसके बड़े बेटे, एलीआब के रूप को देखकर प्रभावित हो गया l नबी ने सोचा कि उसको सही व्यक्ति मिल गया है, किन्तु प्रभु ने एलीआब को अस्वीकार कर दिया l परमेश्वर ने शमूएल को याद दिलाया कि उसका “देखना मनुष्य का सा नहीं है; मनुष्य तो बाहर का रूप देखता है, परन्तु यहोवा की दृष्टि मन पर रहती है” (1 शौमेल 16:7) l
इसलिए शमूएल ने पूछा कि क्या उसके और भी बेटे हैं l सबसे छोटा पुत्र उपस्थित नहीं था किन्तु अपने परिवार की भेड़ें चरा रहा था l सबसे छोटा पुत्र, दाऊद को बुलाया गया और प्रभु ने शमूएल से उसे अभिषेक करने को कहा l

अक्सर हम लोगों का बाहरी स्वरुप देखते हैं और हमारे पास हमेशा उनकी भीतरी, और कभी-कभी छिपी, खूबसूरती देखने का समय नहीं होता l जो परमेश्वर के लिए महत्वपूर्ण है उसे हम हमेशा विशेष नहीं मानते हैं l किन्तु यदि हम समय निकालकर सतह के नीचे झांकेंगे, हमें महान ख़जाना मिलेगा l