सावन्नाह(वन्यजीव आश्रय) में आराम करने के दौरान अफ़्रीकी मृग सहज रूप से चेतावनी वृत्त (alert circles) बनाती हैं l वे प्रत्येक जानवर के साथ कुछ अलग दिशा में बाहर की ओर मुँह करके समूहों में इकठ्ठा होते हैं l यह उन्हें क्षितिज को पूर्ण 360 डिग्री पर बारीकी से देखने (scan) और खतरों या अवसरों के करीब पहुँचने के बारे में संवाद करने में सक्षम बनाता है l

केवल अपने लिए बाहर देखने के बजाय, समूह के सदस्य एक दूसरे का ख्याल रखते हैं l यह यीशु के अनुयायियों के लिए परमेश्वर की बुद्धि भी है l बाइबल हमें प्रोत्साहित करती है, “और प्रेम और भले कामों में उसकाने के लिए हम एक दूसरे की चिंता किया करें, और एक दूसरे के साथ इकठ्ठा होना न छोड़ें” (इब्रानियों 10:24-25) l

इब्रानियों का लेखक बताता है कि मसीहियों को बिना किसी की सहायता के कोई काम नहीं करना चाहिए l एक साथ हम मजबूत हैं l हम “एक दूसरे को [प्रोत्साहित] कर सकते हैं” (पद.25), “जो [शांति] परमेश्वर हमें देता है [उन्हें वह] शांति दे [सकते हैं] जो किसी प्रकार के क्लेश में [हैं]” (2 कुरिन्थियों 1:4), और हमारा शत्रु शैतान जो “गर्जनेवाले सिंह के समान इस खोज में रहता है कि किस को फाड़ खाए” के प्रयासों के प्रति एक दूसरे को सचेत रहने में सहायता कर सकते हैं (1 पतरस 5:8) l  

एक दूसरे के लिए हमारी देखभाल का लक्ष्य अस्तित्व से बहुत अधिक है l यह हमें यीशु की तरह बनाने के लिए है : इस संसार में परमेश्वर के प्रेमी और प्रभावशाली सेवक – वे लोग जो मिलकर उसके आनेवाले राज्य की आशा के लिए आत्मविश्वास से तत्पर रहते हैं l हम सब को प्रोत्साहन की ज़रूरत है, और परमेश्वर हमें एक दूसरे की सहायता करने में मदद करेंगे जब हम प्रेम में उसके निकट आते हैं l