जेफ आज उसी शहर में एक युवा पास्टर हैं, जहाँ उन्होंने एक समय हेरोइन(नशीला पदार्थ) का सेवन करते थे l परमेश्वर ने उसके हृदय और उसकी परिस्थितियों को एक असाधारण तरीके से बदल दिया l जेफ़ ने कहा, “मैं बच्चों को उन गलतियों को करने से रोकना चाहता हूँ और जिस दर्द से मैं गुज़रा हूँ, उससे दूर रखना चाहता हूँ l और यीशु उनकी मदद करेगा l” समय के साथ, परमेश्वर ने उन्हें नशे की गुलामी से मुक्त कर दिया और उन्हें उनके अतीत के बावजूद एक महत्वपूर्ण सेवा दी l  

परमेश्वर के पास ऐसी परिस्थितियों से अप्रत्याशित भलाई लाने के तरीके हैं जहाँ आशा खो जाती है l यूसुफ को मिस्र में गुलामी में बेच दिया गया और झूठा अभियुक्त बनाकर जेल भेज दिया गया, जहाँ उसे वर्षों तक भुला दिया गया l लेकिन परमेश्वर ने उसे बहाल किया और उसे फिरौन के अधीन सीधे सत्ता के पद पर बिठा दिया, जहाँ वह कई लोगों को बचाने में सक्षम हुआ – जिसमें उसके भाई भी शामिल थे, जिन्होंने उसे छोड़ दिया था l मिस्र में यूसुफ ने विवाह किया और उसके बच्चे हुए l उन्होंने दूसरे का नाम एप्रैम रखा (“दो बार फलदायक” के लिए इब्री शब्द से लिया गया), और इस कारण दिया : “मुझे दुःख भोगने के देश में परमेश्वर ने फलवंत किया है” (उत्पत्ति 41:52) l 

जेफ़ और यूसुफ की कहानियाँ, तीन से चार हज़ार साल अलग होने पर, एक ही अपरिवर्तनीय सच्चाई की ओर इशारा करती हैं : यहाँ तक कि हमारे जीवन में सबसे कठिन स्थान परमेश्वर के लिए कई लोगों की मदद और आशीष के लिए उपजाऊ भूमि बन सकती है l हमारे उद्धारकर्ता का प्यार और शक्ति कभी नहीं बदलती है, और वह उन लोगों के लिए हमेशा वफादार रहता है जो उस पर भरोसा करते हैं l