मिटानेवाला, व्यापक अनुग्रह
एलेक्सा, एमेज़ोन की आवाज़ नियंत्रित डिवाइस में एक दिलचस्प विशेषता है : यह आपके द्वारा कहे गए सभी चीजों को मिटा सकता है l आपने एलेक्सा को जो भी करने के लिए कहा है, जो भी जानकारी आपने एलेक्सा को वापस लाने के लिए कहा है, एक सरल वाक्य (आज मैंने जो कुछ कहा था उसे हटा दो”) सब साफ़ कर देता है, जैसे कि यह कभी नहीं हुआ l यह बहुत बुरा है कि हमारे जीवन के बाकी हिस्सों में यह क्षमता नहीं है l हर गलत शब्द, हर घृणित कार्य, हर पल जो हम चाहते हैं कि हम मिटा सकते – हम सिर्फ कमांड बोलते, और पूरी गड़बड़ी गायब हो जाती l
हालाँकि, अच्छी खबर है l परमेश्वर हम में से प्रत्येक को एक साफ़ आरम्भ प्रदान करता है l केवल, वह हमारी गलतियों या बुरे व्यवहार को हटाने की तुलना में कहीं अधिक दूर तक जाता है l परमेश्वर हमें छुटकारा देता है, एक गहरी चंगाई जो हमें बदल देती है और हमें नया बनाती है l “मेरी ओर फिर लौट आ,” वह कहता है, “मैं ने तुझे छुड़ा लिया है” (यशायाह 44:22) l भले ही इस्राएल ने विरोध किया और उसकी अवहेलना की, परमेश्वर ने उन पर अत्यधिक दया की l उसने “[उनके] अपराधों को काली घटा के समान और [उनके] पापों को बादल के समान मिटा दिया” (पद.22 l उसने उनकी सारी लज्जा और विफलताओं को इकठ्ठा किया और उनको अपने मिटानेवाले व्यापक अनुग्रह से धो दिया l
परमेश्वर हमारे पाप और गलतियों के साथ भी ऐसा ही करेगा l ऐसी कोई गलती नहीं जो वह ठीक नहीं कर सकता, कोई घाव नहीं जो वह चंगा नहीं कर सकता l परमेश्वर की करुणा चंगा करती है और हमारी आत्मा में सबसे पीड़ादायक स्थानों को छुटकारा देती है – वे भी जिनको हमने बहुत समय से छिपा के रखा है l उसकी करुणा हमारे समस्त दोष को हटा देती है, हर एक खेद को धो देती है l
राजसी भूमिका
एक शाही परिवार में कोई व्यक्ति सिंहासन के जितना करीब होता है, उतना ही जनता उसके बारे में सुनती है l दूसरों को लगभग भुला दिया जाता है l शाही परिवार के पास उत्तराधिकार की एक पंक्ति है जिसमें लगभग साठ लोग शामिल हैं l उनमें से एक लॉर्ड फ्रेडरिक विंडसर हैं, जो सिंहासन के लिए चालीसवें स्थान पर हैं l सुर्ख़ियों में रहने के बजाय, वह चुपचाप अपना जीवन जीते हैं l यद्यपि वह एक वित्तीय विश्लेषक के रूप में काम करते हैं, उन्हें “शाही काम करनेवाला” नहीं माना जाता है – परिवार के एक महत्वपूर्ण सदस्य जिन्हें परिवार का प्रतिनिधित्व करने के लिए भुगतान किया जाता है l
दाऊद का बेटा नातान (2 शमूएल 5:14) एक और शाही व्यक्ति है जो सुर्ख़ियों से बाहर रहता था l उसके बारे में बहुत कम जानकारी है l लेकिन जब मत्ती में यीशु की वंशावली में उसके बेटे सुलैमान का उल्लेख आया है (युसूफ की वंशावली को देखते हुए, मत्ती 1:6), लूका की वंशावली, जो कई विद्वानो का मानना है कि मरियम की पारिवारिक वंशावली है, में नातान का उल्लेख है (लूका 3:31) l हालाँकि नातान ने राजदंड नहीं थामा था, फिर भी परमेश्वर की हमेशा की भूमिका में उसकी भूमिका थी l
मसीह में विश्वासी होने के कारण, हम भी राजसी हैं l प्रेरित यूहन्ना ने लिखा है कि परमेश्वर ने हमें “परमेश्वर की संतान होने का अधिकार दिया [है]” (यूहन्ना 1:12) l हालाँकि, हम सुर्ख़ियों में नहीं हो सकते हैं ! परमेश्वर हममें से प्रत्येक को पृथ्वी पर उसका प्रतिनिधत्व करने के लिए महत्वपूर्ण मानता है और एक दिन उसके साथ राज्य करने के लिए (2 तीमुथियुस 2:11-13) l नातान की तरह, हम एक सांसारिक मुकुट नहीं पहन सकते हैं, लेकिन हमारे पास अभी भी परमेश्वर के राज्य में भूमिका निभाने का हिस्सा होगा l
इंतज़ार कैसे करें
चर्च से कुंठित और निराश, सत्रह वर्षीय थॉमस ने जवाबों के लिए एक लम्बी खोज शुरु की l लेकिन उसने जो कुछ भी खोजा वह उसकी लालसाओं को संतुष्ट करते हुए प्रतीत नहीं हुए या उसे उसके सवालों के जवाब मिले l
उसकी इस यात्रा ने अवश्य ही उसे उसके माता-पिता के निकट ला दिया l फिर भी मसीहत के साथ उसको समस्याएँ थीं l एक चर्चा के दौरान, वह कड़वाहट के साथ चिल्ला उठा, “बाइबल खोखली प्रतिज्ञाओं से भरी हुई है l”
एक अन्य आदमी निराशाओं और कठिनाईयों का सामना किया जिन्होंने उसके संदेहों को बढ़ा दिया l लेकिन जब दाऊद अपने शत्रुओं से भाग रहा था जो उसको मारना चाहते थे, उसका प्रत्युत्तर परमेश्वर से भागना नहीं परन्तु उसकी प्रशंसा करना थी l “चाहे मेरे विरुद्ध लड़ाई ठन जाए, उस दशा में भी मैं हियाव बांधे निश्चिन्त रहूँगा” (भजन 27:3) l
फिर भी दाऊद की कविता संदेह की ओर इशारा करती है l उसकी पुकार, “हे यहोवा, मेरा शब्द सुन, मैं पुकारता हूँ, तू मुझ पर अनुग्रह कर और मुझे उत्तर दे” (पद.7), भयातुर और प्रश्नों से भरा व्यक्ति महसूस होता है l “अपना मुख मुझ से न छिपा . . . मुझे त्याग न दे, और मुझे छोड़ न दे,” दाऊद ने विनती की (पद.9) l
हालाँकि, दाऊद ने अपने शक को उसे पंगु नहीं बनाने दिया l उन संदेहों में भी, उसने घोषणा की, “[मैं] जीवितों की पृथ्वी पर यहोवा की भलाई को देखूंगा” (पद.13) l उसके बाद उसने अपने पाठकों को संबोधित किया : आप, मैं, और इस संसार के थॉमस लोग l “यहोवा की बाट जोहता रह; हियाव बाँध और तेरा हृदय दृढ़ रहे; हाँ, यहोवा ही की बाट जोहता रह!” (पद.14) l
हम अपने अत्यंत बड़े प्रश्नों का शीघ्र और सरल उत्तर नहीं प्राप्त करेंगे l लेकिन हम पाएंगे – जब हम उसकी बाट जोहेंगे – एक परमेश्वर जो भरोसेमंद है l
हमारे मानों में
स्कूल में कुछ चुनौतियों का सामना करने के बाद एक युवा लड़के को, उसके पिता ने उसे एक प्रतिज्ञा सिखाना शुरू किया जिसे उसे स्कूल जाने से पहले सुनना था : “मैं परमेश्वर को आज मुझे जगाने के लिए धन्यवाद देता हूँ l मैं स्कूल जा रहा हूँ ताकि मैं सीख सकूँ . . . और एक अगुवा बन सकूँ जो बनने के लिए परमेश्वर ने मुझे रचा है l” प्रतिज्ञा एक तरीका है जिससे पिता अपने बेटे को खुद पर लागू करने और जीवन की अपरिहार्य चुनौतियों से निपटने में मदद करने की उम्मीद करता है l
एक तरह से, अपने बेटे से इस प्रतिज्ञा को याद करने में मदद करने के द्वारा, पिता कुछ वैसा ही कर रहा है जैसा कि परमेश्वर ने मरुभूमि में इस्राएलियों को दिया था : “ये आज्ञाएँ . . . तेरे मन में बनी रहें l तू इन्हें अपने बालबच्चों को समझाकर सिखाया करना” (व्यवस्थाविवरण 6:6-7) l
चालीस साल तक जंगल में भटकने के बाद, इस्राएलियों की अगली पीढ़ी प्रतिज्ञात देश में प्रवेश करने वाली थी l परमेश्वर जानता था कि उनके लिए सफल होना आसान नहीं होगा – जब तक कि वे अपना ध्यान उस पर नहीं रखेंगे l और इसलिए, मूसा के द्वारा, उसे याद करने और उसके प्रति आज्ञाकारी होने का आग्रह किया – और अपने बच्चों को उसके वचन के बारे में “घर में बैठे, मार्ग पर चलते, लेटते, उठते” (पद.7) बात करके परमेश्वर को जानने और प्यार करने में मदद करने के लिए कहा l
हर नए दिन में, हम भी पवित्रशास्त्र को अपने दिलों और दिमागों का मार्गदर्शन करने की अनुमति देने के लिए प्रतिबद्ध हो सकते हैं जब हम उसके प्रति आभार व्यक्त करते हैं l