“प्रिय स्वर्गिक पिता, मैं प्रार्थना करने वाला आदमी नहीं हूँ, लेकिन अगर आप ऊपर वहाँ हैं, और आप मुझे सुन सकते हैं, तो मुझे रास्ता दिखाएँ l मैं अपनी समस्या का हल ढूँढ़ने में असमर्थ हूँ l” यह प्रार्थना हिम्मत हार चुके जॉर्ज बेली द्वारा फुसफुसायी गयी, जो प्रसिद्ध अंग्रेजी फिल्म इट्स ए वंडरफुल लाइफ(It’s a Wonderful Life) का एक चरित्र है । अब उस प्रतिष्ठित दृश्य में उसकी आँखें में आंसू भर आते हैं । वे कथानक/script का हिस्सा नहीं थे, लेकिन उस भूमिका को निभाने वाले चरित्र ने जब वह प्रार्थना की उसने कहा कि उसने “अकेलापन महसूस किया,  लोगों की वह आशाहीनता जिनके पास मुड़ने की कोई दिशा नहीं थी l” उससे वह टूट गया l  

इस प्रार्थना का बुनियादी अर्थ है, बस “मेरी मदद कीजिए ।” और यह वही है जो भजन 109 में सुनाई देता है । दाऊद को अपनी समस्या का हल नहीं मिल रहा था : “दीन और दरिद्र,” उसका हृदय घायल” था (पद.22), और उसका शरीर “चर्बी न रहने से . . . सुख गया [था]” (पद.24) l वह “ढलती हुई छाया के समान जाता रहा [था]” (पद.23), और “लोगों में [उसकी] नामधराई” हो रही थी और लोग देखकर “सर हिलाते [थे]” (पद.25) l अपने चरम टूटेपन में, वह कहीं और नहीं मुड़ सकता था l उसने परम प्रभु यहोवा से उसे राह दिखाने के लिए अनुनय किया : “हे मेरे परमेश्वर यहोवा, मेरी सहायता कर” (पद.26) l

हमारे जीवन में ऐसे काल आते हैं जब “टूटापन” सब कह देता है l ऐसे समय में यह जानना कठिन हो सकता है कि प्रार्थना क्या करें । हमारा प्रेमी परमेश्वर मदद के लिए हमारी सरल प्रार्थना का जवाब देगा ।