पास्टर टिम केलर ने कहा, “किसी के बताए जाने पर कि वह कौन है कोई भी कभी नहीं सीखता है । उन्हें दिखाया जाना चाहिए l ” एक अर्थ में,  यह कहावत का एक अनुप्रयोग है, “कार्य शब्दों से अधिक जोर से बोलते हैं ।” पति या पत्नी अपने जोड़े में से एक को दिखाते हैं कि जब वे उनकी सुनते हैं और उन्हें प्यार करते हैं तब उनकी सराहना होती है l माता-पिता अपने बच्चों की प्रेमी देखभाल करके दिखाते हैं कि वे मूल्यवान हैं l कोच एथलीटों के विकास में निवेश करके उन्हें दिखाते हैं कि उनके अन्दर संभावनाएं हैं l और इस तरह के अनेक उदाहरण हैं l इसी प्रतीक के द्वारा,  एक अलग तरह की कार्रवाई लोगों को दर्दनाक चीजें दिखा सकती है जो बहुत बुरे संदेश का संचार करती है ।

सृष्टि में सभी कार्य-आधारित संदेशों में से,  एक सबसे अधिक मायने रखता है । जब हम चाहते हैं कि हमें दिखया जाए कि हम परमेश्वर की नजर में कौन हैं,  तो हमें उसके क्रूस पर उसके कार्य से आगे नहीं देखना चाहिए । रोमियों 5:8 में, पौलुस ने लिखा, “परमेश्वर हम पर अपने प्रेम की भलाई इस रीति से प्रगट करता है कि जब हम पापी ही थे तभी मसीह हमारे लिए मरा l” क्रूस हमें दिखाता है कि हम कौन हैं : जिन्हें परमेश्वर इतना प्यार करता था कि उसने हमारे लिए अपने एकलौता पुत्र दे दिया (यूहन्ना 3:16) ।

एक भंग संस्कृति में टूटे हुए लोगों के मिश्रित संदेशों और भ्रामक कार्यों के खिलाफ,  परमेश्वर के हृदय का संदेश स्पष्ट होता है । तुम कौन हो?  आप वह हैं जिसे परमेश्वर इतना प्यार करता है कि उसने आपको बचाने के लिए अपने पुत्र को दे दिया l उस कीमत पर विचार करें और उस अद्भुत वास्तविकता पर कि, आप उसके लिए, हमेशा महत्वपूर्ण थे l